भव्य जश्न मनाने वाले उमर अब्दुल्ला की जन्मदिन पार्टी में शामिल हुए सिर्फ छह लोग, नहीं मिली पिता फारूक अब्दुल्ला से मिलने की इजाजत
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 11, 2020 05:20 PM2020-03-11T17:20:10+5:302020-03-11T17:20:10+5:30
हर साल परिवारवालों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धूमधाम से जन्मदिन मनाने वाले उमर अब्दुल्ला ने इस बार नजरबंदी में महज छह लोगों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। जन्मदिन के मौके पर उमर अब्दुल्ला से मिलने के लिए केवल छह लोगों को इजाजत मिल पाई। यहां तक की उनसे कुछ दूर पर नजरबंद पिता फारूक अब्दुल्ला भी उनसे नहीं मिल पाए।
जम्मू: अपने जन्मदिन का हमेशा भव्य जश्न मनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को इस बार अपनी जन्मदिन पार्टी में मात्र 6 लोगों की उपस्थिति से ही संतुष्ट होना पड़ा है क्योंकि वे कैद में हैं और इस बार के जन्मदिन की खास बात यह थी कि उन्होंने जीवन के 50 बसंत पूरे कर लिए हैं।
हर साल परिवारवालों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धूमधाम से जन्मदिन मनाने वाले उमर अब्दुल्ला ने इस बार नजरबंदी में महज छह लोगों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। जन्मदिन के मौके पर उमर अब्दुल्ला से मिलने के लिए केवल छह लोगों को इजाजत मिल पाई। यहां तक की उनसे कुछ दूर पर नजरबंद पिता फारूक अब्दुल्ला भी उनसे नहीं मिल पाए।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय से ही दोनों बाप-बेटा नजरबंद हैं। पिता फारूक अब्दुल्ला को उनके घर में ही जेल बनाकर नजरबंद किया गया है। वहीं उनसे कुछ दूर पर स्थित श्रीनगर के एक गेस्टहाउस को जेल बनाकर बेटे उमर अब्दुल्ला को नजरबंद रखा गया है।
जन्मदिन के मौके पर उमर अब्दुल्ला की छोटी बहन साफिया ने पत्रकारों को बताया कि मेरे पिता (फारूक अब्दुल्ला) अपने बेटे को जन्मदिन की मुबारकबाद भी नहीं दे पा रहे थे। इसे लेकर वो सुबह से ही बहुत दुखी थे। अगर आज वो बाहर होते तो भईया को सबसे पहले वही बधाई देते।
10 मार्च को देर शाम करीब 6 बजे उमर अब्दुल्ला की मां, बहन, दो चचेरे भाई और दो अन्य रिश्तेदार जन्मदिन का केक लेकर जेल पहुंचे थे। साफिया ने बताया कि उमर के कुछ दोस्तों ने भी उनसे मिलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया था।
यह सच है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज किसी परिचय के मोहताज नही है। उनका जन्म 10 मार्च, 1970 को ब्रिटेन के मोली अब्दुल्ला, यूनाइटेड किंगडम के रोशफोर्ड, एसेक्स में हुआ था। वह शेख अब्दुल्ला के पोते हैं, जिन्हें शेर-ए-कश्मीर के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा श्रीनगर के बर्न हॉल स्कूल और फिर हिमाचल प्रदेश के सनावर के लारेंस स्कूल से की। उसके बाद में वे अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के लिए स्कॉटलैंड चले गए। उन्होंने स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय से कामर्स में स्नाताक में किया। इसके बाद उसी विश्वविद्यालय से उन्होंने एमबीए की पढ़ाई भी पूरी की।
उमर अब्दुल्ला ने 1994 में, पायल नाथ से शादी की। इन्हें दो बेटे जमीर और जहीर हुए। हालांकि बाद में इस कपल का रिश्ता टूट गया। उमर अब्दुल्ला ने 2011 में घोषणा की कि वह और उनकी पत्नी अलग हो गए हैं। उमर अब्दुल्ला राजनीतिक दल नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होकर अपने पिता के नक्शेकदम पर चले।