बच्चों की कस्टडी खोने पर एक एनआरआई मां ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा, "ऑस्ट्रेलिया न्याय विभाग ने मेरे परिवार को किया बर्बाद"
By अंजली चौहान | Updated: August 26, 2023 17:37 IST2023-08-26T16:42:18+5:302023-08-26T17:37:44+5:30
प्रियदर्शिनी का परिवार अपने बच्चों की कस्टडी को लेकर ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रहा था

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया में एक एनआरआई महिला की आत्महत्या का मामला सामने आया है। प्रियदर्शनी लिंगराज पाटिल नाम की महिला ने रविवार को कर्नाटक के बेलगावी जिले में अपने बच्चों को कथित तौर पर ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों की हिरासत में खोने के बाद आत्महत्या कर ली।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस अधिकारियों द्वारा महिला के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। महिला के नोट द्वारा सुसाइड के पीछे की सच्चाई का पता चल पाया है।
40 वर्षीय महिला ने अपने नोट में ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों और सिडनी इलाके के कुछ निवासियों पर उन्हें और उनके परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने इसी परेशानी के कारण बेलगावी जिले के सौंदत्ती के पास अपनी जान ले ली।
बच्चे की कस्टडी को लेकर महिला ने नोट में लगाए आरोप
गौरतलब है कि महिला का परिवार अपने बच्चों की कस्टडी को लेकर ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के साथ कानूनी विवाद में उलझा हुआ था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनके बेटे अमर्त्य को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।
यह विवाद तब पैदा हुआ जब ऑस्ट्रेलियाई अस्पताल के अधिकारियों ने पाटिल पर अपने बच्चों के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद, सरकार ने उसके दो बच्चों की कस्टडी ले ली थी।
घटनाओं के बाद, पाटिल ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार से उनकी नागरिकता वापस लेने का अनुरोध किया ताकि वह अपने बच्चों को इलाज के लिए भारत वापस ले जा सकें। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, उनके अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया गया।
पाटिल के परिवार ने उनकी तकलीफों के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि उनके बिगड़ते स्वास्थ्य मुद्दों ने उन्हें इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
ऑस्ट्रेलिया सरकार को बताया जिम्मेदार
महिला के शव के पास से बरामद हुए नोट में महिला ने ऑस्ट्रेलिया सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। पत्र में लिखा है कि हमारी जान को खतरा है। मैं अपने बच्चों और पति लिंगराज की जिंदगी के लिए अपनी जिंदगी खत्म करने को मजबूर हूं। मैं अपने परिवार की भलाई के लिए अपनी मृत्यु स्वीकार कर रहा हूं।
2021 से आज तक DCJ (ऑस्ट्रेलिया के समुदाय और न्याय विभाग) ने मेरे परिवार को बर्बाद कर दिया है। सिडनी में वर्ली स्ट्रीट के निवासियों ने हमें परेशान किया है।
महिला ने पत्र में लिखा कि एक पुलिस अधिकारी का परिवार उन्हें परेशान कर रहा है और उनके घर में पानी की आपूर्ति में जहर मिला दिया गया है। इन सबसे परेशान होकर परिवार बुरी तरह आहत हुआ और वह भारत लौट आया।
महिला ऑस्ट्रेलिया से भारत आई और उसने बेंगलुरु से बेलगावी के लिए बस ली और यहां आकर आत्महत्या कर ली।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके से पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया।फिलहाल स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही हैं। फिलहाल मामले में विदेश मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।