North India Rain Updates: उत्तर भारत में बाढ़ और बारिश ने बुरा हाल कर दिया। दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और उत्तराखंड में जनजीवन का बुरा हाल है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आयोग ने कहा कि अभी राहत की उम्मीद नहीं है।
भारी बारिश को देखते हुए दिल्ली में 11 जुलाई को सभी एमसीडी स्कूल, एमसीडी सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त स्कूल छात्रों के लिए बंद रहेंगे। मंडी की एसपी सौम्या सांबासिवन ने कहा कि नदी के किनारे जितने घर थे वहां पर रहने वाले लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट कर दिया गया है। अभी काफी हद तक स्थिति कंट्रोल हुई है। कल से अभी तक 3-4 लोगों की मौत रिपोर्ट हुई है।
उत्तर भारत के चार राज्यों में शनिवार से हो रही भारी बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की कुल 39 टीम तैनात की गई हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। यहां आप 5 खतरनाक विडियो देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की 14 टीम पंजाब में काम कर रही हैं, जबकि एक दर्जन टीम हिमाचल प्रदेश, आठ उत्तराखंड और पांच हरियाणा में तैनात हैं। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बचाव अभियान वास्तविक स्थिति के अनुसार और राज्य के अधिकारियों के समन्वय से चलाया जा रहा है।’’
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक टीम में लगभग 30-35 बचावकर्मी नाव, रस्सियों, पेड़ काटने वाले और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार हैं। उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का कहर सोमवार को भी जारी रहा, उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से बातचीत की।
बरिश की वजह से हापुड़ और बदायूं में मकान गिरे, दो बच्चों समेत तीन की मौत
उत्तर प्रदेश के हापुड़ और बदायूं जिलों में तेज बारिश की वजह से मकान गिरने की अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार हापुड़ जिले के थाना धौलाना क्षेत्र के ग्राम शौलाना निवासी रहमुद्दीन के मकान की छत सोमवार की दोपहर भारी बारिश की वजह से अचानक भरभराकर गिर गई।
घटना की जानकारी मिलते ही लोगों ने मलबे में दबे बच्चों को निकाला और धौलाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) वरुण मिश्रा ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने दो बहनों माहिरा व खुशी को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीन बच्चे माहिम,आफिया व मुस्कान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
उधर, बदायूं के बिसौली तहसील के थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के गांव खरगपुर में गाटर-पटियों से बने एक पुराने मकान की छत लगातार हो रही भारी बारिश के दौरान भरभराकर गिर गई। हादसे में लगभग 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना के बाद पहुंची थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और विधिक कार्रवाई शुरू की।
थाना फैजगंज बैठा के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सिद्धांत शर्मा ने बताया कि आज दोपहर गांव खरगपुर निवासी देवश्री (63) अपने घर में घरेलू कार्य निपटा रही थी तभी तेज बारिश शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि बरसात से बचने के लिए महिला अपने कमरे के अंदर गई तभी घर की छत भरभराकर देवश्री के ऊपर आ गिरी। इस हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश से सड़कें जलमग्न, नदियां उफान पर, 37 बांधों को लेकर हाई अलर्ट
गुजरात के कई हिस्सों में लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी भारी बारिश के चलते सड़कों और कई अंडरपास के जलमग्न होने के कारण जहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ वहीं नदियों के जलस्तर में आए उफान के मद्देनजर 37 बांधों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात में विभिन्न स्थानों पर आगामी 24 घंटे के दौरान भारी बारिश का अनुमान जताया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने कहा कि उत्तर गुजरात के साबरकांठा, महिसागर, अरावली, मेहसाणा और बनासकांठा के साथ-साथ सौराष्ट्र के जूनागढ़ में सोमवार को सुबह से 100 मिमी से अधिक बारिश हुई।
अधिकारियों के अनुसार जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सरदार सरोवर बांध का जल स्तर उसकी कुल भंडारण क्षमता के 58 प्रतिशत स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण सड़कें और बाजार जलमग्न हो गये जिससे शहरी इलाकों में आवागमन मुश्किल हो गया।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में नदियों और बांध में जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भर गया है, जबकि भारी बारिश के कारण कुछ गांवों का संपर्क भी टूट गया है। एसईओसी के अनुसार, साबरकांठा जिले के तालोद (138 मिमी) और इदार (134 मिमी), महिसागर जिले के लूनावाड़ा (127 मिमी) तथा महिसागर (127 मिमी), अरावली जिले के धनसुरा (104 मिमी) और मेहसाणा जिले के विसनगर (100 मिमी) में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। इसके पहले रविवार को पाटन, राजकोट, गांधीनगर, कच्छ, बनासकांठा और देवभूमि द्वारका में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई।
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक गुजरात के 206 बांध में से 26 पूरी तरह भर गए हैं, जबकि 40 बांधों में पानी का स्तर उनकी कुल जल क्षमता के 70 से 100 फीसदी तक पहुंच चुका हैं। वहीं 30 बांधों में जल स्तर उनकी कुल क्षमता के 50 से 70 फीसदी तक पहुंच चुका है। प्रशासन ने 37 बांधों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है जबकि 13 बांधों को लेकर अलर्ट किया गया है।
(इनपुट एजेंसी)