नोएडा अंतरराष्ट्रीय विमानतल की आधारशिला, 2024 तक उड़ानों का परिचालन, करोड़ों लोगों को फायदा, जानें क्या है खासियत
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 25, 2021 03:23 PM2021-11-25T15:23:15+5:302021-11-25T15:24:59+5:30
Noida International Airport Inauguration: जेवर में हवाई अड्डा राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे को कम करने में मदद करेगा।
Noida International Airport Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी। यह एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक होगा।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सितंबर 2024 तक चालू होने की उम्मीद है, जिसमें प्रति वर्ष 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की प्रारंभिक क्षमता है। 1,330 एकड़ भूमि में फैले इस हवाई अड्डे का विकास ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा किया जाएगा।
For the first time after 7 decades of freedom, UP has started getting what it has always deserved. UP is today fast becoming the most connected region of the country thanks to the efforts of double engine government: PM Narendra Modi after laying foundation stone of Jewar airport pic.twitter.com/zw85EBdY8g
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2021
बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक बन जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा और यह परियोजना एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
#WATCH | Noida International Airport will directly connect a major centre of export with international markets. It will enable farmers of this region to export perishable goods like vegetables, fruits, & fish. It will help MSMEs of western UP to reach foreign markets: PM Modi pic.twitter.com/pw54X3GC4t
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2021
जेवर में हवाई अड्डा राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे को कम करने में मदद करेगा। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और पड़ोसी क्षेत्रों सहित शहरों के लोगों की सेवा करेगा। हवाई अड्डा देश का "पहला शुद्ध शून्य उत्सर्जन हवाई अड्डा" भी होगा।
#WATCH | People welcomed PM Narendra Modi with cheers & slogans of 'Modi Modi' as he walked up to the stage to lay the foundation stone of Noida International Airport in Jewar, Greater Noida
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2021
Source: PMO pic.twitter.com/MYq66K8qHe
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उपस्थित थे। विमानतल का शिलान्यास करने से पहले प्रधानमंत्री ने आदित्यनाथ और सिंधिया के साथ परियोजना के एक मॉडल का अवलोकन भी किया और इससे संबंधित एक लघु फिल्म भी देखी।
#WATCH | PM Narendra Modi lays foundation stone of Noida International Airport, Jewar in Gautam Buddh Nagar
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2021
(Source: DD) pic.twitter.com/M1EnwoCWdC
जानें क्या है खासियतः
उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय विमानतलों वाला देश का एकमात्र राज्य बन जाएगा।
जेवर विमानतल के बन जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को एक नयी ऊंचाई मिलेगी।
किसानों द्वारा पैदा की गई ‘‘गन्ने की मिठास को अंतरराष्ट्रीय उड़ान मिलेगी।
विमानतल दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय विमानतल को भी पीछे छोड़ देगा।
करीब 1,330 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इस विमानतल से सितंबर, 2024 तक उड़ानों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
पहले चरण को 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से पूरा किया जाना है।
नागर विमानन मंत्रालय के मुताबिक परियोजना का पहला चरण पूरा होने के बाद यह विमानतल से सालाना 1.2 करोड़ यात्री हवाई यात्रा कर सकेंगे।
विकास के सभी चारों चरण पूरा होने के बाद यह क्षमता बढ़कर सात करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएगी।
यह देश का पहला निवल शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो एमिशन) विमानतल भी होगा।
इस विमानतल की एक और खासियत यह होगी कि इसकी परिकल्पना भारत में पहले एकीकृत ‘‘मल्टी मॉडल कार्गो’’ केंद्र के रूप में की गई है।
नोएडा में बन रहा यह विमानतल, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूसरा अंतरराष्ट्रीय विमानतल होगा और इससे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर यात्रियों का दबाव कम होगा।
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के अलावा अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के अन्य इलाकों के निवासियों को भी इससे फायदा होगा।
शुरुआत में इस विमानतल पर दो हवाईपट्टियां चालू होंगी।
विकास का अनुबंध ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय विमानतल हैं जबकि अयोध्या में विमानतल का निर्माण कार्य जारी है।
उत्तर प्रदेश में जेवर के अलावा सात अन्य विमानतलों का भी विकास किया जा रहा है, जिसमें अयोध्या भी शामिल है।
अलीगढ़, चित्रकूट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में भी विमानतल प्रस्तावित हैं।
Prime Minister Narendra Modi to inaugurate the Noida International Airport in Gautam Buddh Nagar, shortly.
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2021
The PM is accompanied by CM Yogi Adityanath and Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya M. Scindia pic.twitter.com/ZIqnFHvhIp