प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने कहा कि पीएम ने बातचीत की शुरुआत एक जोक से की। अभिजीत बनर्जी ने कहा मुलाकात के वक्त पीएम के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि वह मीडिया के फेंके जाल में नहीं फंसेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री उन्हें आगाह कर चुके हैं।
मंगलवार को अभिजीत बनर्जी की पीएम से मुलाकात के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा 'मेरी मुलाकात बहुत बेहतरीन हुई। पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत एक मजाक से की कि कैसे मीडिया मुझे (अभिजीत को) मोदी विरोधी बातें करने लिए उकसाएगा।' उन्होंने आगे कहा 'पीएम भी टीवी देखते हैं और उनकी नजर हर चीज पर रहती है। वह मीडिया वालों को देख रहे हैं। उन्हें पता है कि आपलोग क्या करने की कोशिश में हैं।'
उधर, भारत में बैंक संकट को लेकर चिंता जताते हुए बनर्जी ने स्थिति से निपटने के लिये बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से नीचे लाने समेत कुछ आक्रमक बदलाव किए जाने का आह्वान किया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि संकट से पार पाने के लिये महत्वपूर्ण और आक्रमक बदलाव लाने की जरूरत है।
बनर्जी ने कहा कि बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से नीचे लाने की जरूरत है ताकि केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की आशंका के बिना निर्णय किये जा सके। देश में बैंक करीब पांच साल से उच्च मात्रा में फंसे कर्ज की समस्या से जूझ रहे हैं।
इसके कारण बैंकों का नेटवर्थ कम हो रहा है। इतना ही नहीं पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) के साथ क्षेत्र में घोटाले समस्या को बढ़ा रहे हैं। इससे पहले, अगस्त में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने पूर्व सतर्कता आयुक्त टी एम भसीन की अध्यक्षता में बैंक धोखाधड़ी के लिये परामर्श बोर्ड का गठन किया। बोर्ड का काम 50 करोड़ रुपये से अधिक की बैंक धोखाधड़ी की जांच करना और कार्रवाई के बारे में सुझाव देना है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी से पीएम हाउस (7 लोक कल्याण मार्ग) पर मुलाकात की। पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी की तारीफ की। उन्होंने लिखा 'नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ बेहतरीन बैठक हुई। मानव सशक्तिकरण के प्रति उनका जुनून साफ दिखाई देता है। हमने विभिन्न विषयों पर एक स्वस्थ और व्यापक बातचीत की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।'