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यात्रा परामर्श वापस लिये जाने के बावजूद असम से कोई वाहन मिजोरम नहीं आ रहा: शीर्ष अधिकारी

By भाषा | Updated: August 6, 2021 18:05 IST

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आइजोल, छह अगस्त असम के कछार जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-306 पर कुछ समूहों द्वारा कथित तौर पर लगायी गई ‘गैर आधिकारिक’ आर्थिक नाकेबंदी शुक्रवार को 12वें दिन में प्रवेश कर गई। यह बात मिजोरम के एक शीर्ष अधिकारी ने कही।

मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हिमंत बिस्व सरमा सरकार द्वारा जारी यात्रा परामर्श को वापस लिये जाने के बावजूद असम से कोई भी वाहन राज्य में नहीं आया है।

दो पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद ने 26 जुलाई को एक खूनी संघर्ष का रूप ले लिया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। इस संघर्ष में जान गंवाने वालों में असम पुलिस के छह कर्मी और एक आम नागरिक शामिल था।

असम सरकार ने बाद में एक परामर्श जारी करके लोगों से मिजोरम की यात्रा करने से बचने को कहा था। उसने बृहस्पतिवार को दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद इसे वापस ले लिया था।

चुआंगो ने कहा कि मिजोरम में सत्तारूढ़ सरकार असम सरकार के साथ "लगातार संपर्क" में है, जिसने राष्ट्रीय राजमार्ग-306 के जरिये यातायात की आवाजाही फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का वादा किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यात्रा परामर्श वापस लिए जाने के बावजूद कोई भी वाहन या यात्री असम से मिजोरम में प्रवेश नहीं कर रहा है। सरकार केंद्र और असम के लगातार संपर्क में है। मैंने असम के मुख्य सचिव से भी बात की है, जिन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि सड़क साफ करने के उपाय किए जाएंगे।’’

मिजोरम में अधिकारियों ने आरोप लगाया कि असम के हैलाकांडी जिले में राज्य से जुड़ी रेल पटरियां कम से कम तीन स्थानों पर क्षतिग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि ‘गैर आधिकारिक’ नाकाबंदी से चिकित्सा खेप और कोविड-19 उपकरण सहित सभी आपूर्ति रुक गई है।

मिजोरम के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री लालरुत्किमा ने कहा कि गैर-आदिवासियों सहित 30 से अधिक लोग वर्तमान में नाकाबंदी के कारण सिलचर के मिजोरम हाउस में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मिजोरम के कई निवासी भी गुवाहाटी में फंसे हुए हैं।

संपर्क करने पर कछार पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया कि असम सरकार लोगों को मिजोरम की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन कई लोग ‘‘प्रतिक्रिया के डर से’’ इसको लेकर अनिच्छुक हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘परामर्श वापस लेने से पहले ही, सरकार ने लोगों को मिजोरम की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित किया। ऐसा लगता है कि उनमें से कुछ अनिच्छुक हैं क्योंकि उन्हें हमला होने का डर है।’’

कौर ने यह भी कहा कि सिलचर और लैलापुर के बीच किसी स्थान पर अज्ञात लोगों द्वारा दो वाहनों में तोड़फोड़ की गई, जब उन्होंने बृहस्पतिवार को मिजोरम की ओर जाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है।

मिजोरम और असम सरकारें बृहस्पतिवार को सदियों पुराने सीमा विवाद का ‘‘स्थायी समाधान’’ खोजने और दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने के लिए अंतरराज्यीय वाहनों की आवाजाही को फिर से शुरू करने सहित उपाय करने पर सहमत हुई थीं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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