नई दिल्ली, 17 जुलाई: 11 साल की बच्ची से रेप करने वाल 18 आरोपियों के खिलाफ चेन्नई हाई कोर्ट एडवोकेटेड एसोसिएशन ने एक बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णन ने ये घोषणा की है कि कोई भी वकील रेप के इन 18 आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा। नाबालिग से रेप करने वाले इन आरोपियों की वकील महिला कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान जमकर पिटाई की है। उसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया है।
इससे पहले भोपाल में बार एसोसिएशन ने ऐसा ही फैसला लिया था। दो महीने पहले इंदौर में चार साल की बच्ची से रेप के बाद गुस्साए वकीलों ने पहले तो आरोपी को जमकर पीटा था। उसके बाद ये फैसला किया था कि कोई भी वकील किसी भी रेपिस्ट का केस नहीं लड़ेगा।
बता दें कि चेन्नई के अयानवरम में 11 साल की बच्ची के साथ उसके अपार्टमेंट के गार्ड, प्लंबर, लिफ्ट ऑपरेटर से लेकर रोज पानी सप्लाई करने वाले बंदे ने सात महीने तक बलात्कार किया है। ये सारे आरोपी बच्ची को कभी नशीली पाउडर, इंजेक्शन या कोल्ड्र डिंक में नशा मिलाकर पिलाते थे। जब वो बेहोश हो जाती फिर उससे रेप करते। रेप के दौरान आरोपियों ने बच्ची का वीडियो भी बनाया है। ताकि वो उसे ब्लैकमेल कर सके। वीडियो वायरल करने और जान से मारने की धमकी देकर आरोपियों ने बच्ची का मुंह सात महीने तक बंद रखा।
लेकिन जब उनकी हैवानियत बढ़ती गई, फिर बच्ची ने अपनी मां और बहन को अपने साथ हो रहे घिनौने कृत्य के बारे में बताया। सात महीने से चल रहे इस घिनौने रेप का सच सामने आने के बाद बच्ची की मां ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद 22 में से 18 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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