मुजफ्फरनगर: घर में दरवाजे की जगह कुली को तिरंगा लटकाना पड़ा महंगा, हुई गिरफ्तारी

By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 23, 2018 09:56 AM2018-09-23T09:56:48+5:302018-09-23T13:09:19+5:30

15 अगस्त के दिन शाहरुख जब काम से घर आ रहा था तो उसको रास्ते पर देश का तिंरगा पड़ा मिला जो काफी लंबा चौड़ा था, वह उसे घर ले आया। 

No door in home- Muzaffarnagar porter pays price for using it as shade | मुजफ्फरनगर: घर में दरवाजे की जगह कुली को तिरंगा लटकाना पड़ा महंगा, हुई गिरफ्तारी

तस्वीर साभारः इंडियन एक्सप्रेस

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तिरंगे की अवमानना की घटना सामने आई है। यहां के रामपुरी इलाके में रहने वाला शाहरुख शहर के रेलवे स्टेशन पर एक कुली का काम करता है और ये व्यक्ति अनपढ़ है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार 15 अगस्त के दिन शाहरुख जब काम से घर आ रहा था तो उसको रास्ते पर देश का तिंरगा पड़ा मिला जो काफी लंबा चौड़ा था, वह उसे घर ले आया। 

वहीं, शाहरुख  के घर में दरवाजा  ना होने के कारण धूप आती थी ऐसे में उसने तिरंगे को दरवाजे पर गेट की जगह लगा दिया, ताकि परिवार के 6 सदस्यों को धूप से बचाया जा सके। लेकिन इस तरह से तिरंगा अनजाने में घर के दरवाजे पर उसको लटकाना खासा महंगा पड़ गया है। खबर के अनुसार 5 सितंबर को  पुलिस और शिव सेना के कुछ लोग शाहरुख के घर पहुंचे और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने और नेशनल ऑनर एक्ट 1971 का उल्लंघन करने के चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 

ऐसे में आरोपी शाहरुख  के माता-पिता का कहा है कि उनको नहीं पता था कि तिरंगा झंडा इस तरह से लटकाना अपराध है। इस परिवार में शाहरुख  के बच्चे समेत हर कोई अनपढ़ है और वह इकलौता कमाऊ सदस्य है। वहीं, पिता का कहना है कि अगर हमें पता होता कि ये देश का अपमान है तो मेरा बेटा कभी ऐसा काम नहीं करता। वहीं, शाहरुख  घर में अकेला कमाने वाला है और कुली है ऐसे में घरवालों की गुजारा अब चलना मुश्किल है। उसकी पत्नी का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद हमारा गुजारा कैसे चलेगा। 

फिलहाल पड़ोस के लोगों की मदद से खाने का इंतजाम हो पता रहा है। वहीं इस घटना को उठाने वाली शिवसेना की मुजफ्फरनगर यूनिट के पदाधिकारी लोकेश सैनी का कहना है कि “हम इस बात पर यकीन नहीं कर सकते कि वह इतना अनपढ़ था कि अपने राष्ट्रीय ध्वज को ना पहचान सके क्योंकि जो जवान देश की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान करते हैं, उनके शरीर को इस राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा जाता है। लेकिन शाहरुख के लिए यह सिर्फ कपड़े का टुकड़ा था, जो उसके परिवार को सूरज की गर्मी से बचा रहा था। 

फिलहाल शाहरुख  के घर पर लटकने वाले तिरंगे को कब्जे में ले लिया गया है। मामला अब कोर्ट पहुंच गया है। 11 सितंबर को हांलाकि शाहरुख  को जमानत मिल गई थी लेकिन अब पूरा परिवार घर खाली करके चला गया था अब कहां किसी को नहीं पता है।

Web Title: No door in home- Muzaffarnagar porter pays price for using it as shade

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