पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी असम में नेशनल सिटिजन रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी होने के बाद से लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने शुक्रवार (06 सितंबर) को प्रदेश की विधानसभा में कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारएनआरसी को लागू नहीं करने देंगे। बता दें कि ममता बनर्जी असम में आई एनआरसी की अंतिम सूची को एक 'विफलता' करार दे चुकीं हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) से बात की, उन्होंने यह भी कहा कि वे नेशनल रजिस्टर सिटिजन्स (NRC) की अनुमति नहीं देंगे।' ममता बनर्जी इस बयान के बाद सीएम नीतीश कुमार को सफाई देनी पड़ सकती है क्योंकि वह बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं और केंद्र में उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी संख्या में बंगालियों को एनआरसी की अंतिम सूची से बाहर रखे जाने को लेकर चिंता जता चुकी हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि एनआरसी की विफलता ने उन सभी लोगों को उजागर कर दिया है जो इससे राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें देश को बहुत जवाब देने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसा तब होता है जब कोई कार्य समाज की भलाई और देश के व्यापक हित के बजाय गलत उद्देश्य के लिए किया जाए। मेरी हमदर्दी उन सभी, विशेषकर बड़ी संख्या में बांग्ला भाषी भाइयों और बहनों के साथ है, जो इस व्यर्थ की प्रक्रिया के कारण पीड़ित हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि असम में बहुप्रतीक्षित एनआरसी की अंतिम सूची ऑनलाइन जारी कर दी गई। एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया है।