नीतीश कुमार की नई पहल, दलित व पिछड़े एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों से जुड़ी योजनाओं का किया शुभारंभ
By भाषा | Published: August 15, 2018 02:23 AM2018-08-15T02:23:30+5:302018-08-15T02:23:30+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं से जुड़ी कई योजनाओं का आज शुभारंभ किया।
पटना 15 अगस्त: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं से जुड़ी कई योजनाओं का आज शुभारंभ किया।
पटना स्थित अधिवेशन भवन में आज आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास अनुदान योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास अनुदान योजना एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग तथा अल्पसंख्यक वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित छात्रावासों में खाद्यान्न आपूर्ति योजना का नीतीश ने शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारी सरकार ने प्रारंभ से ही कई योजनाएं चलायी हैं, उसी दिशा में वंचित तबकों के लिए इन योजनाओं की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि सत्ता ग्रहण करने के बाद जब सर्वेक्षण कराया गया तो पता चला कि 12.50 प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर हैं, उसमें से सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक और दलित समुदाय के बच्चे थे।
अल्पसंख्यक समुदाय और अनुसूचित जातियों के बच्चों को साक्षर करने के लिए टोला सेवक एवं तालिमी मरकज बहाल किए गए। अब इनकी ड्रॉप आउट संख्या एक प्रतिशत से भी कम रह गई है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के लिए साक्षरता अभियान भी चलाया गया। नीतीश ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जो भी उपेक्षित एवं हाशिए पर हैं, उन्हें शिक्षित किया जाय।