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नीतीश कटारा हत्याकांड: सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी विकास यादव की पैरोल याचिका पर CBI और दिल्ली सरकार को भेजा नोटिस 

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 10, 2019 13:11 IST

सुप्रीम कोर्ट ने नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में विकास यादव की 25 साल जेल की सजा कम किए जाने वाली याचिका पर आज (10 मई) सुनवाई की।

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ठळक मुद्देनीतीश कटारा हत्याकांड का आरोपी विकास यादव उत्तर प्रदेश के नेता डीपी यादव का बेटा है।नीतीश कटारा की हत्या साल 2002 में 16-17 फरवरी की रात को दिल्ली में की गई थी।

नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट मुख्य आरोपी विकास यादव की चार हफ्ते की पैरोल की मांग वाली याचिका को लेकर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही विकास यादव के चार हफ्ते वाली पैरोल की मांग को लेकर  दिल्ली सरकार को भी नोटिस जारी कर दिया है। नीतीश कटारा हत्याकांड के आरोपी विकास यादव  25 साल की जेल की सजा काट रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में विकास यादव की 25 साल जेल की सजा कम किए जाने वाली याचिका पर आज (10 मई) सुनवाई की। विकास यादव उत्तर प्रदेश के नेता डीपी यादव के बेटा है। 

 

सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले  नीतीश कटारा हत्याकांड के मुख्य गवाह अजय कटारा की सुरक्षा समीक्षा को सिर्फ एक हफ्ते में पूरा करने का निर्देश दिया था। अजय कटारा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी थी कि उनको लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है। अजय कटारा ने कोर्ट में यह बताया था कि आरोपियों ने उनपर 8 बार जानलेवा हमला करवाया था।  

जानें क्या है नीतीश कटारा हत्याकांड मामला?

नीतीश कटारा की हत्या 2002 में 16-17 फरवरी की रात को दिल्ली में की गई थी। नीतीश का यूपी के दबंग नेता डीपी यादव की बेटी भारती यादव से अफेयर थे। इस प्रेम संबंध की वजह से ही भारती यादव के भाई विकास यादव को गुस्सा आया था। जिसके बाद विकास यादव ने अपने भाई विशाल यादव और सुखदेव पहलवान के साथ मिलकर नीतीश कटारा की हत्या की प्लानिंग की और  16-17 फरवरी की रात को दिल्ली हत्या कई गई। 

कोर्ट में केस पहुंचने के बाद डीपी यादव के बेटे विकास यादव और विशाल यादव और सुखदेव पहलवान को सजा सुनाई गई थी। अक्टूबर 2017 में  सुप्रीम कोर्ट ने तीनों दोषियों की सजा पांच साल कम कर दी थी। इसी के बाद से हत्या के मुख्य गवाह अजय कटारा को धमकियां मिल रही थी। 

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