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नीतीश ने बिहार में 15वीं बार फहराया तिरंगा, रचा इतिहास

By भाषा | Updated: August 15, 2021 18:08 IST

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पटना, 15 अगस्त बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को 15वीं बार तिरंगा फहराकर यह उपलब्धि हासिल करनेवाले प्रदेश के एकमात्र मुख्यमंत्री बन गए।

राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बिहार की तस्वीर व तकदीर बदलने वाले नीतीश कुमार जी को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सबसे अधिक बार ध्वजारोहण का गौरव प्राप्त हुआ है। बिहार के लिए यह गौरवशाली क्षण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज 75वें स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश कुमार जी बतौर मुख्यमंत्री 15वीं बार ध्वजारोहण कर रहे हैं। सेवा, समर्पण, निश्चय, साहस, धैर्य जैसे गुणों के प्रतीक नीतीश कुमार जी की बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक जनता की सेवा करने वाली यह यात्रा ऐतिहासिक है।’’

झा ने नीतीश के प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत श्रीकृष्ण सिन्हा के रिकॉर्ड को पार कर लेने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आज बिहार में सुशासन के 5,474 दिन पूरे हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार ने प्रगति और खुशहाली के नए मानदंड स्थापित किए हैं। अपने निश्चय से बिहारवासियों में आत्मगौरव और आत्मविश्वास लौटाने के लिए हम बिहार परिवार की तरफ से मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं।’’

सिन्हा पहली बार 1946 में बिहार राज्य के गठन के समय इस पद पर आसीन हुए थे और 1961 में अपनी मृत्यु तक इस पद पर आसीन रहे थे। इससे पहले उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान हुए प्रांतीय चुनावों में कांग्रेस के जीतने के बाद प्रीमियर का पद संभाला था।

नीतीश कुमार का बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यकाल नवंबर 2005 में शुरू हुआ था और मई 2014 में इस्तीफे के कारण उन्होंने अपने विश्वासपात्र जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद पर आसीन किया था जो एक साल से भी कम समय के लिए इस पद पर रहे थे। उसके बाद से नीतीश लगातार इस पद पर आसीन हैं।

संजय ने प्रदेश में पूर्व में 15 साल सत्ता में रहे राजद के शासन काल की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘गांधी जी ने कहा है कि मुट्ठी भर संकल्पवान लोग जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, इतिहास की धारा बदल सकते हैं। मुख्यमंत्री जी ऐसे ही संकल्पवान व्यक्ति हैं जिन्होंने 15 साल के कुशासन वाले इतिहास से बिहार को निकालकर यहां सुशासन का राज स्थापित कर इतिहास की धारा बदल दी है।’’

उन्होंने राजद शासनकाल पर अपना प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘‘राजद के एक बड़े नेता ने 2005 में उपहास करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार के हाथ में मुख्यमंत्री बनने वाली लकीरें ही नहीं हैं। लेकिन नीतीश जी न सिर्फ मुख्यमंत्री बने, बल्कि बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने सबसे लंबे समय तक बिहार की जनता की सेवा का गौरव भी प्राप्त किया जो सतत जारी है।’’

संजय ने कहा, ‘‘विनोबा भावे ने कहा है, इतिहास के तजुर्बों से हम सबक नहीं लेते, इसलिए इतिहास खुद को दोहराता है। पर बिहार की समझदार जनता ने उस निराशा, हताशा, अपमान, त्रासदी वाले दौर से सबक लेते हुए 2005 के बाद से लगातार नीतीश जी को ही मौका देकर बिहार का विकास सुनिश्चित किया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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