बिहार: लालू यादव के दबाव के आगे बेबस हुए नीतीश, नहीं कर पा रहे हैं मंत्रिमंडल का विस्तार
By एस पी सिन्हा | Published: July 23, 2023 02:54 PM2023-07-23T14:54:49+5:302023-07-23T14:58:18+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों की बेंगलुरु में आयोजित बैठक से लौटकर मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाह रहे थे लेकिन लालू यादव की पार्टी राजद के कारण ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों भले ही खुद को सहज दिखाने का प्रयास कर रहे हों, लेकिन चर्चा है कि वह महागठबंधन सरकार में असहज महसूस कर रहे हैं। शायद यही कारण है कि कांग्रेस के दबाव के बावजूद भी वह मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पा रहे हैं।
कुछ दिन पहले यह बात निकलकर सामने आई थी कि बेंगलुरू की बैठक से लौटकर आने के बाद नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। लेकिन वह संभावना अभी तक धरातल पर उतरती हुई नहीं दिखाई दे रही है।
सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार राजद के दबाव के आगे कोई निर्णय नही ले पा रहे हैं। राजद की ओर से भी उनके कार्यक्रमों को यथासंभव बायकाट किया जाने लगा है। अभी पिछले ही दिनों राजगीर में मलमास मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाग लिया। जबकि पर्यटन विभाग के मंत्री होते हुए भी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उस कार्यक्रम से दूरी बना ली थी।
पटना में रहने के बावजूद तेजस्वी यादव सीएम नीतीश के उस कार्यक्रम में भाग लेने नही गए। जबकि कार्यक्रम का आयोजन पर्यटन विभाग की ओर से किया गया था।
इसके साथ ही चर्चा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में भी राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के दबाव के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खासे परेशान हैं। सूत्रों की मानें तो लालू यादव फिर से सुधाकर सिंह को मंत्री बनाने का दबाव दे रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुधाकर सिंह के नाम पर सहमत नही हैं, क्योंकि मंत्री पद पर रहते हुए सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
सुधाकर सिंह द्वारा जलील किए जाने से नाराज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव से कहकर उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए बाध्य कर दिया था। ऐसे में नीतीश कुमार दोबारा उन्हें मंत्रिमंडल में लेना नही चाह रहे हैं। इसके साथ ही लालू यादव चाहते हैं कि सुनील कुमार सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करा दिया जाए। लेकिन नीतीश के लिए वह भी कठीन है।
बताया जा रहा है कि अभी पिछले दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से सुनील सिंह ने नीतीश कुमार को देश में सबसे ज्यादा अविश्वनीय नेता घोषित करवा चुके हैं। इसको लेकर दोनों के बीच झड़प भी हो गई थी। इसके साथ ही कई और ऐसे मामले हैं, जिसको लेकर नीतीश कुमार राजद की नजर में खटकने लगे हैं। ऐसे में नीतीश कुमार के लिए साथ चलना मुश्किल हो रहा है। लेकिन विकल्प के अभाव में लालू के साथ रहना उनकी मजबूरी हो गई है।