भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर आपकी क्या प्राथमिकता होगी?, नितिन नबीन ने खास बातचीत की
By एस पी सिन्हा | Updated: December 15, 2025 19:26 IST2025-12-15T19:19:49+5:302025-12-15T19:26:04+5:30
एनडीए सरकार के सुशासन, संगठनात्मक अनुशासन और जमीनी स्तर पर सतत कार्य ने देश को स्पष्ट राजनीतिक संदेश दिया है। यही मॉडल अन्य राज्यों में भी अपनाया जाएगा।

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पटनाः भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद बिहार सरकार में पथ निर्माण एवं नगर विकास मंत्री नितिन नबीन ने सोमवार को पटना के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने अपने पिता पूर्व विधायक स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली रवाना होने से पहले पटना में भारी भीड़ के बीच एक संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि लगातार काम करते रहने से पार्टी नेतृत्व का ध्यान जाता है। लेकिन घोषणा होने के पहले तक उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं थी।
प्रश्न- पार्टी नेतृत्व ने अचानक आपको एक बडी जिम्मेवारी सौंप दी है। इसे आप किस रूप में देखते हैं?
शीर्ष नेतृत्व व पार्लियामेंट्री बोर्ड ने जो विश्वास जताया है, उसपर 100 प्रतिशत खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनेंगे, यह सपने में भी कभी नहीं सोचा था। इतनी बड़ी जिम्मेवारी मिलने की जानकारी मिली तो सहसा विश्वास नहीं हुआ। पत्र जारी होने के डेढ़-दो घंटा पहले ही कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह था।
किसी को आभास नहीं था कि समारोह के बीच का ही कोई राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने जा रहा है। लेकिन जिम्मेदारी मिलने के बाद बूथ से राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को मजबूत कर आगामी चुनावों में जीत सुनिश्चित की जाएगी। शीर्ष नेतृत्व का पूर्व की तरह मार्गदर्शन लेते हुए कार्यकर्ताओं के बल पर पार्टी को हर राज्य में मजबूत किया जाएगा। पार्टी ने उन्हें जो राष्ट्रीय जिम्मेदारी सौंपी है।
उसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। यह भाजपा में ही संभव है, यहीं साधारण कार्यकर्ता को भी कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी जा सकती है। एनडीए सरकार के सुशासन, संगठनात्मक अनुशासन और जमीनी स्तर पर सतत कार्य ने देश को स्पष्ट राजनीतिक संदेश दिया है। यही मॉडल अन्य राज्यों में भी अपनाया जाएगा।
प्रश्न--राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर आप कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहेंगे?
कार्यकर्ताओं को निरंतर परिश्रम, प्रतिबद्धता और संगठन के प्रति समर्पण का मंत्र देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में उम्र नहीं, क्षमता और काम बोलता है। युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलना इसका प्रमाण है। यह निर्णय बताता है कि कार्यकर्ता जमीन पर काम करेंगे तो पार्टी उन्हें कोई भी बड़ी से बड़ी जिम्मेवारी दे सकती है। किसी भी कार्यकर्ता को धैर्यपूर्वक पार्टी के लिए काम करना चाहिए। संगठन की मूल भावना को ध्यान में रखकर काम करेंगे तो सभी को इसका फायदा मिलेगा। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है कि जहां पार्टी का एक कार्यकर्ता बड़े से बड़े पद पर पहुंच सकता है।
मैं युवाओं से बस यही कहूंगा कि वे अपने काम पर भरोसा रखें। भाजपा आने वाले कल के लिए देशभर में नई पीढ़ी को नेतृत्व के लिए संवार रही है। युवा हों या अन्य कार्यकर्ता, उनके लिए आगे बढाने का कोई शॉर्टकट नहीं है। सभी को अधिक से अधिक कठिन परिश्रम और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढना चाहिए।
प्रश्न- राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर आपकी क्या प्राथमिकता होगी?
प्राथमिकता पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसमें संगठन और कार्यकर्ता मजबूती व गति देने का काम करेंगे। मैं यही कहूंगा कि पार्टी ने कार्यकर्ताओं को सीखाने, संवारने के साथ-साथ बढ़ाने का भी काम किया है। पिछले 20 वर्षों में मैं जहां भी पहुंच पाया हूं यह पिता जी का आशीर्वाद है। 20 साल पहले पार्टी ने मुझे पहला मौका दिया था।
पार्टी के आशीर्वाद से, हम पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीखते और काम करते हुए इस मुकाम तक पहुंचे हैं। यह साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास हर गांव और शहर तक पहुंचा है और भाजपा का भी विस्तार हुआ है। आज, भाजपा गरीबों की पार्टी के तौर पर खड़ी है। प्रधानमंत्री मोदी ने हर गांव और शहर में अंत्योदय को बढ़ावा दिया है।
प्रश्न- आपको जिम्मेवारी ऐसे समय में दी गई है जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव सिर पर है। ऐसे में आप इस चुनौती से कैसे निपटेंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का मार्गदर्शन पहले से मिलता आ रहा है। इनके मार्गदर्शन में आगे भी सांगठनिक व चुनावी रणनीति बनाकर कार्यकर्ताओं और आमजन की अपेक्षा को पूरा किया जाएगा। इन सभी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के साथ-साथ असम एवं अन्य प्रदेशों में भी पार्टी जीत दर्ज करेगी।
देश की सुरक्षा और विकास के लिए बंगाल में परिवर्तन जरूरी है और भाजपा इस लक्ष्य को लेकर पूरी ताकत से मैदान में है। पश्चिम बंगाल में अराजकता का माहौल है। आम आदमी सुरक्षित नहीं है। भाजपा का आम कार्यकर्ता इसको लेकर लड़ाई लड़ रहा है। असम सहित अन्य राज्यों में भी जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि एनडीए का नेतृत्व, टीमवर्क और जमीनी रणनीति आने वाले चुनावों में निर्णायक साबित होगी।
भाजपा हमेशा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर काम करती है। उद्देश्य समाज के सभी वर्गों का समावेशी और बिना भेदभाव के विकास सुनिश्चित करना है। यह पार्टी की मुख्य कार्य शैली बन गई है। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद सोमवार को सुबह-सुबह पटना स्थित महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद नितिन पटना के नवीन सिन्हा स्मृति पार्क पहुंचे। यह पार्क राजवंशी नगर में है। यहां नितिन नवीन ने अपने पिता पूर्व विधायक स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा को नमन किया। इसके बाद दिल्ली रवाना हो गए।
नए कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी भेंट होने की संभावना जताई जा रही है। नितिन नवीन बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वी भारत से भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने वाले पहले नेता बन गए हैं, जिसे पार्टी संगठन के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
इस बीच जानकारों का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते नितिन को अब ज्यादातर समय दिल्ली और दूसरे प्रदेशों में देना होगा। परिपाटी रही है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकसभा या राज्यसभा सदस्य रहा है। ऐसे में इसकी संभावना है कि आने वाले दिनों में इन्हें राज्यसभा सदस्य भेजा जाए। पार्टी की नीति एक व्यक्ति एक पद की है। ऐसे में इन्हें बिहार में मंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है।