मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवाती तूफान ''निसर्ग'' के मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए अलर्ट जारी किया। तूफान के तीन जून को राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है। ताजा जानकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ के चीफ एसएन प्रधान ने बताया है कि चक्रवाती तूफान निसर्ग के खतरे को देखते हुए आवश्यक निवारक कार्यों के लिए महाराष्ट्र और गुजरात में एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात की गई हैं। अभी 10 और टीमें स्टैंडबाय पर रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग अगले 6 घंटों के दौरान उत्तर की ओर बढ़ेगा। उसके बाद उत्तर-उत्तरपूर्व की तरफ मुड़ेगा। यह तूफान 3 जून को दोपहर में हरिहरेश्वर के बीच नॉर्थ महाराष्ट्र व साउथ गुजरात और दमन से टकराएगा।
पालघर में तैनात एनडीआरएफ की टीम हालात को लेकर जिले में सर्वे भी कर रही है। जिसकी तस्वीरें न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी की है।
राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से वीडियो कॉन्फ्रेंसे के जरिए बात की और किसी भी स्थिति से निपटने में राज्य की तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दस इकाइयों को संवेदनशील जिलों में तैनात गया है, जबकि छह अन्य को तैयार रहने को कहा गया है।
बिजली आपूर्ति ना हो बाधित, इसको लेकर उठाए जा रहे हैं कदम
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि ऐसे वक्त में बिजली आपूर्ति बिल्कुल बाधित नहीं हो जब राज्य कोरोना वायरस संकट से जूझ रहा है और विभिन्न अस्पतालों में हजारों मरीजों का इलाज चल रहा है। तटीय पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जा रही है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
गृहमंत्री शाह ने रूपाणी और ठाकरे को तूफान से निपटने में मदद का भरोसा दिया
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी समुद्री तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर गुजरात और महाराष्ट्र में की जा रही तैयारियों का सोमवार (1 जून) को जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर संभव केंद्रीय मदद का भरोसा दिया।
अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 31 टीमों को महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव, दादरा एवं नागर हवेली में तैनात किया है। आधिकारिक बयान के मुताबिक गृहमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दादरा और नागर हवेली, दमन एवं दीव के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के साथ बैठक की और इन राज्यों की ओर बढ़ रहे तूफान से निपटने के लिए हर संभव केंद्रीय मदद का भरोसा दिया।
जानें मौसम विभाग ने ने चक्रवाती तूफान ''निसर्ग'' को लेकर क्या कहा है?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण-पूर्व और उससे लगे पूर्व-मध्य अरब सागर एवं लक्षद्वीप के इलाके में बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात में तब्दील हो गया है और मंगलवार (2 जून) को इसके मजबूत होने की संभावना है। बुधवार (3 जून) को इसके पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक कम दबाव का क्षेत्र प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है और इसके तीन जून को उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट से गुजरने की संभावना है।
रायगढ़ और दमन के बीच की 260 किलोमीटर लंबी तटीय पट्टी देश में सबसे घनी बसी आबादी वाला इलाका है। इसी पट्टी पर मुंबई और उसके उपनगरीय शहर जैसे ठाणे, नवी मुंबई, पनवेल, कल्याण, डोम्बिविली, मीरा-भायंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अम्बेरनाथ बसे हुए हैं। मौसम विभाग ने कहा कि जब यह तूफान तीन जून की शाम को तट से गुजरेगा तब 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान के प्रभाव से दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है।