भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की हो चुकी है एंट्री?, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी ये जानकारी
By अनुराग आनंद | Updated: December 24, 2020 11:26 IST2020-12-24T11:18:21+5:302020-12-24T11:26:30+5:30
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के बेहद तेजी से फैलने वाले नए स्ट्रेन के बाद, अब वहां वायरस का एक और नया स्ट्रेन सामने आया है, जो कि बहुत संक्रामक है।

कोरोना के नए स्ट्रेन पर भारत सरकार ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली:ब्रिटेन व दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन मिलने से पूरी दुनिया में कोहराम मच गया है। यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन से आने-जाने वाले वाहन व विमानों को फिलहाल रद्द करने का फैसला किया है।
इंडिया टाइम्स की रिपोर्ट मुताबिक, इस बीच भारत सरकार ने भी यूनाइटेड किंगडम में कोरोन वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद 31 दिसंबर तक फिलहाल विमानों के आवागमन पर रोक लगा दिया है। देश और दुनिया के लोगों में कोरोना वायरस के इस बदलते रूप को लेकर दहशत फैल गई है। इस बीच देश के लोग इस बात को जानना चाहते हैं कि भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की एंट्री हुई है या नहीं हुई है?
नए स्ट्रेन को पता लगाने के लिए अलग से लैब स्थापित किया जाएगा-
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस नए स्ट्रेन को पता लगाने के लिए अलग से लैब स्थापित किया गया है। जबतक जांच रिपोर्ट में यह साफ नहीं हो जाता है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन इंडिया में प्रवेश कर चुका है, इससे पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना गलत होगा।
जीनोम सिक्वेंश अधारित जांच करने की जरूरत-
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के इस बदले हुए रूप की उपस्थिति का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंश अधारित जांच करने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा कि इस तरह का जांच केवल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), जैवप्रौद्योगिकी विभाग, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) या फिर नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के नामित प्रयोगशालाओं के माध्यम से ही किया जा सकता है। ऐसे में स्वाभाविक है कि इस तरह के वायरस के बारे में पता लगाने में थोड़ा समय लगेगा।
पिछले दिनों में भारत आने वाले 22 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले-
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में यूनाइटेड किंगडम से भारत के विभिन्न शहरों में विमान से आने वाले करीब 22 यात्रियों को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रिटेन के लगभग 50 प्रतिशत यात्री कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन COVID-19 से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में कड़ाई के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है।


