अंतरराष्ट्रीय ताकतों के इशारे पर भारत पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाने का नया चलन: जस्टिस अरुण मिश्रा
By विशाल कुमार | Published: October 12, 2021 12:57 PM2021-10-12T12:57:36+5:302021-10-12T13:03:29+5:30
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस अरुण मिश्रा एनएचआरसी के 28वें स्थापना दिवस पर बोल रहे थे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि अमित शाह की वजह से अब जम्मू कश्मीर में एक नए युग की शुरुआत हुई है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अध्यक्ष जस्टिस अरुण मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि भारत आज सबसे मजबूत लोकतांत्रिक ताकतों में से एक है और इसका श्रेय नागरिकों और नेतृत्व को जाता है. अब अंतरराष्ट्रीय ताकतों के इशारे पर भारत पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाना एक चलन हो गया है.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस मिश्रा एनएचआरसी के 28वें स्थापना दिवस पर बोल रहे थे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि अमित शाह की वजह से अब जम्मू कश्मीर में एक नए युग की शुरुआत हुई है.
उन्होंने कहा कि भारतीय धार्मिक स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं जो कई अन्य देशों में उपलब्ध नहीं है और यहां के नागरिकों को मंदिर, चर्च और मस्जिद बनाने की स्वतंत्रता है.
मिश्रा ने यह भी कहा कि त्वरित न्याय के लिए पुलिस की ओर से झूठे मामले दर्ज करने की प्रवृत्ति बन गई है, जिसे रोकना होगा.
मिश्रा ने कहा कि पुलिस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए ताकि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की जरूरत ही न पड़े.