बेंगलुरू के चर्च स्ट्रीट पर नीदरलैंड के पीएम मार्क रूट ने चलाई साइकिल, ’मसाला चाय’ का आनंद लेने के बाद यूपीआई से किया पेमेंट. इस बात हुए प्रभावित
By अनुभा जैन | Updated: September 12, 2023 14:26 IST2023-09-12T14:00:03+5:302023-09-12T14:26:47+5:30
वह इस बात से प्रभावित हुए कि चाय का भुगतान करने के लिए यूपीआई ने कैसे काम किया। वह रास्ते में दर्शकों और स्थानीय सड़क बाजार के साथ सेल्फी लेने के लिए भी रुके। वह इस बात को लेकर उत्सुक थे कि अत्यधिक ट्रैफिक जाम वाला बागों के शहर बेंगलुरु को नीदरलैंड के योगदान से साइकिल चलाने योग्य शहर कैसे बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत व्यापार करने की जगह है।

बेंगलुरू के चर्च स्ट्रीट पर नीदरलैंड के पीएम मार्क रूट ने चलाई साइकिल, ’मसाला चाय’ का आनंद लेने के बाद यूपीआई से किया पेमेंट. इस बात हुए प्रभावित
बेंगलुरुः डच प्रधानमंत्री मार्क रूट अपने व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद बेंगलुरु की सड़कों पर बेपरवाह साइकिल चलाते घुमते देखे गये। उन्होने शहर के मशहूर ब्रिगेड रोड से लेकर चर्च स्ट्रीट सोशल तक पैदल घूमे और साइकिल चलाई। मसाला चाय की चुस्की लेते हुए बोले कि नीदरलैंड में दूध वाली चाय एक लोकप्रिय अवधारणा बननी चाहिए।
वह इस बात से प्रभावित हुए कि चाय का भुगतान करने के लिए यूपीआई ने कैसे काम किया। वह रास्ते में दर्शकों और स्थानीय सड़क बाजार के साथ सेल्फी लेने के लिए भी रुके। वह इस बात को लेकर उत्सुक थे कि अत्यधिक ट्रैफिक जाम वाला बागों के शहर बेंगलुरु को नीदरलैंड के योगदान से साइकिल चलाने योग्य शहर कैसे बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत व्यापार करने की जगह है।
मार्क रूट ने बेंगलुरु के मेयर सत्य शंकरन के साथ बातचीत की और लोगों के बीच साइकिल चलाने की आदत बढ़ाने और साइकिल चलाने को समर्थन देने के लिए शहर के बुनियादी ढांचे का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में डच कंपनियों की उपस्थिति बनाने और विस्तार करने के लिए नीदरलैंड भारत और कर्नाटक सरकारों के साथ चर्चा कर रहा है।
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने सोमवार को नीदरलैंड के पीएम मार्क रुटे के साथ निवेश के अवसरों और अन्य तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि डच उद्योगों को बेंगलुरु तक ही सीमित नहीं रहते हुये पूरे कर्नाटक में अपनी मौजूदगी दर्ज करनी चाहिए।डीकेएस ने आगे कहा कि डच कंपनियों को बेंगलुरु के अलावा कर्नाटक के अन्य महत्वपूर्ण शहरों जैसे मैसूरु, हुबली, धारवाड़, मंगलुरु, दावणगेरे, तुमकुरु आदि पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, डच पीएम ने बताया कि भारत में 25 डच कंपनियां हैं और 9 प्रतिशत निवेश कर्नाटक में रहा है। डच पीएम रूटे और अन्य डच प्रतिनिधियों के साथ चर्चा में उद्योग मंत्री एमबी पाटिल और प्रियांक खड़गे भी मौजूद थे। एमबी पाटिल ने प्रतिनिधिमंडल का ध्यान जैव ईंधन उत्पादन, पर्यटन विकास और फार्मा में निवेश के अवसरों की ओर आकर्षित किया।