लोकसभा चुनाव में हुई कांग्रेस-राकांपा आघाड़ी की हार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी सिलसिले में मुंबई में रविवार को हुई राकांपा की बैठक में मराठवाड़ा के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. राकांपा सुप्रीमो शरद पवार की मौजूदगी में ही इन कार्यकर्ताओं के बीच गालीगलौज, धक्कामुक्की और मारपीट हुई.
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राकांपा मुंबई मुख्यालय में जिलावार बैठक कर रही है. मराठवाड़ा के चार जिलों की बारी थी. खुद शरद पवार अंदर के कक्ष में चल रही बैठक में नेताओं-कार्यकर्ताओं की बात सुन रहे थे. इस मौके पर बाहर भी बड़े पैमाने पर मराठावाड़ा के पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे.
इन पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सोशल मीडिया की पोस्ट पर आपसी छींटाकशी को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद तो जमकर गालीगलौज और धक्का-मुक्की हुई. हालात इतने खराब हो गए कि पुलिस बुलानी पड़ी और उसके दखल के बाद ही कार्यकर्ता माने.
गुटबाजी के चलते पार्टी चुनाव हारी
लोकसभा चुनाव में मराठवाड़ा से राकांपा को एक भी सीट हाथ नहीं लगी, जबकि उस्मानाबाद, परभणी और बीड़ में उसकी अच्छी-खासी ताकत है. बीड़ जिले में पार्टी के पूर्व नेता जयदत्त क्षीरसागर ने खुलकर भाजपा-शिवसेना के उम्मीदवार को समर्थन दिया. परभणी में भी राकांपा के राजेश विटेकर के पक्ष में माहौल माना जा रहा था. लेकिन, वहां अंदरूनी गुटबाजी के चलते पार्टी चुनाव हार गई. इस बारे में फेसबुक पर एक पोस्ट डाली गई थी. कहा जा रहा है कि इसी पोस्ट में जो कुछ लिखा था, उसी पर कार्यकर्ताओं में झगड़ा हो गया.