एनसीपी चीफ शरद पवार बोले-महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगे आरोप गंभीर, सीएम के पास जांच करने का अधिकार
By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 21, 2021 18:39 IST2021-03-21T14:12:34+5:302021-03-21T18:39:14+5:30
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पास गृह मंत्री के खिलाफ इन आरोपों की जांच के बारे में निर्णय लेने का पूर्ण अधिकार है।

एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगे आरोप गंभीर है। (photo-ani)
नई दिल्लीः मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगे आरोप गंभीर है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पास गृह मंत्री के खिलाफ इन आरोपों की जांच के बारे में निर्णय लेने का पूर्ण अधिकार है। परमबीर सिंह पर पवार का पलटवार करते हुए कहा कि सचिन वाझे की बहाली सीएम नहीं, पुलिस कमिश्नर ने की थी।
परमबीर सिंह ने ही पिछले साल सचिन वाझे की पुलिस बल में बहाली का फैसला किया था
शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह ने ही पिछले साल सचिन वाझे की पुलिस बल में बहाली का फैसला किया था। परमबीर सिंह झूठे आरोप लगा रहे हैं क्योंकि उन्हें मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया है।
पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार एवं होटलों से प्रति महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करें। पवार ने कहा कि न तो मुख्यमंत्री और न ही राज्य के गृह मंत्री पिछले वर्ष पुलिस बल में सचिन वाझे को फिर से बहाल करने के लिए जिम्मेदार हैं।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि सिंह के पत्र के बारे में उन्होंने ठाकरे से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उद्धव ठाकरे को सुझाव दूंगा कि परमबीर सिंह के दावों पर गौर करने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जुलियो रिबेरो का सहयोग लें।’’ पवार ने कहा कि 17 मार्च को होम गार्ड्स में तबादला होने के बाद सिंह ने ये आरोप लगाए।
The Maharashtra CM has the full authority to take a decision regarding an inquiry on these allegations against the Home Minister: NCP Chief Sharad Pawar pic.twitter.com/RA7OvW42H2
— ANI (@ANI) March 21, 2021
राकांपा सुप्रीमो ने कहा कि सिंह के आरोपों के कारण एमवीए सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पन्नों के पत्र में सिंह ने आरोप लगाए कि देशमुख अपने सरकारी आवास पर पुलिस अधिकारियों को बुलाते थे और उन्हें बार, रेस्तरां और अन्य स्थानों से ‘‘उगाही करने का लक्ष्य’’ देते थे।
शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे को परमबीर सिंह के दावों की जांच कराने में मदद के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जूलियो रिबेरो की मदद लेने का सुझाव दूंगा। मामला गंभीर है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर हमला कर रहा है।
शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिशें की जा रही है लेकिन ये व्यर्थ साबित होंगी। यह पूछे जाने पर कि क्या अनिल देशमुख को गृह मंत्री पद से हटाया जाएगा, शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा करेंगे।
परमबीर के पत्र, वाजे प्रकरण से धूमिल हुई महाराष्ट्र सरकार की छवि, आत्मचिंतन करें सहयोगी दल: राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को स्वीकार किया कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों और सचिन वाझे प्रकरण के कारण राज्य की महा विकास आघाडी सरकार की छवि को नुकसान हुआ है। इसके साथ ही राउत ने कहा कि सभी सहयोगी दलों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि उनके पैर जमीन पर हैं या नहीं।
राउत ने कहा कि “कुछ ठीक किए जाने की जरूरत है” और सत्ताधारी सहयोगी दलों को आपस में बैठकर चर्चा करनी चाहिए कि यह दाग कैसे धुलेंगे। राउत का बयान ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शनिवार को लिखे पत्र में सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख, पुलिस अधिकारियों को बार और होटल से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपये वसूली के लिए कहते थे।
राज्य के गृहमंत्री देशमुख ने इन आरोपों का खंडन किया है। राउत ने कहा, “सरकार या मंत्रियों पर लगे इस तरह के आरोप दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाले हैं। (सिंह के पत्र में) जो कुछ भी लिखा है वह सनसनी पैदा करने वाला है।” उन्होंने कहा, “पत्र की विषयवस्तु की सच्चाई की जांच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और (राकांपा अध्यक्ष) शरद पवार करेंगे।
महा विकास आघाड़ी सरकार ने डेढ़ साल पूरा कर लिया है और सभी सहयोगी दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनके पैर जमीन पर हैं या नहीं।” राउत ने कहा कि पुलिस प्रशासन किसी भी सरकार की रीढ़ ही हड्डी होती है जो गर्व और आत्मसम्मान का प्रतीक है तथा सरकार को हमेशा इसे मजबूत रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह रविवार को दिल्ली में शरद पवार से मुलाकात करने का प्रयास करेंगे।