नई दिल्लीः पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे से जुड़े घटनाक्रम को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज है। हालांकि अभी सिद्धू के त्यागपत्र पर कोई फैसला नहीं हुआ है। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू और उनके चुनिंदा साथियों के इस्तीफे से पैदा हुए हालातों से निपटने के लिए कांग्रेस नेतृत्व कोशिशों में जुटा है।
पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने लोकमत को बताया कि सिद्धू से बात की जा रही है तथा जल्दी ही विवाद सुलझ जाएगा। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह सिद्धू को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाएं।
पार्टी के एक वरिष्ठ महासचिव ने खुलासा किया कि अगर सिद्धू इस्तीफा वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी नेतृत्व देर तक प्रतीक्षा नहीं करेगा। नेतृत्व ने नए अध्यक्ष के लिए नामों पर विचार भी शुरू कर दिया है। राहुल गांधी के केरल से वापस लौटते ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
नए अध्यक्ष के लिए जिन नामों पर विचार हो रहा है, उनमें पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ का नाम भी शामिल है। जाखड़ के नाम की वकालत पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी कर रहे हैं। परन्तु राहुल किसी युवा नेता को नया अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू को नया अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना नजर आ रही है। हालांकि अन्य नामों पर भी पार्टी में मंथन जारी है।
असंतुष्ट नेताओं ने नेतृत्व पर हमला तेज किया
पार्टी के असंतुष्ट नेताओं ने नेतृत्व पर हमला तेज कर दिया है। मनीष तिवारी के बाद आज कपिल सिब्बल ने बिना राहुल का नाम लिए पंजाब को लेकर कड़ा हमला बोला। उन्होंने पूछा कि जब पार्टी में कोई पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं है तो फैसले कौन ले रहा है।
सिब्बल का इशारा सीधे-सीधे राहुल और उनके सिपहसालारों के सी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला जैसे नेताओं की तरफ था। सिब्बल ने सोनिया गांधी से तत्काल कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुला कर सभी मसलों पर चर्चा की मांग कर डाली। क्योंकि गुलामनबी आज़ाद और आनंद शर्मा कार्यसमिति के सदस्य हैं जिनका पूरा समर्थन सिब्बल को मिल रहा है।
पंजाब के घटनाक्रम पर हरीश रावत से इस मामले पर टिप्पणी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो सकी। कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘‘पंजाब में सिद्धू के इस्तीफे के बाद जो नया घटनाक्रम शुरू हुआ है, उससे आलाकमान नाराज है। यह जरूर है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से ’’
उधर, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और ‘‘दागी’ नेताओं की नियुक्तियों पर बुधवार को सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं लेकिन अपने सिद्धांतों पर हमेशा डटे रहेंगे।