जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 40 जवानों की शहादत पर बयान देकर फंसे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सफाई दी है। लेकिन साथ ही नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना भी साधा है। सिद्धू, ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर तीन वीडियो पोस्ट किए हैं। सिद्धू, ने कहा, आपको क्या लगता है कि चार आतंकवादियों की वजह से देश का विकास रूक जाएगा। जो हुए वो बहुत दर्दनाक था, इसमें कोई दोराय नहीं है। इन लोगों को सजा देना बेहद जरूरी है। लेकिन उन्होंने फिर से कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता। सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि इस हमले के पीछे जिसकी भी साजिश हो उसको सजा मिलनी ही चाहिए।
मैंने पुलवामा पर कुछ गलत नहीं बोला: सिद्धू
सिद्धू के वीडियो को सुनने के बाद तो यही लगा कि उन्होंने जो बीते दिन(15 फरवरी) को बयान दिए उसपर वो पूरी तरह कायम हैं। उन्होंने कहा, ''मैंने तो सिर्फ इतना कहा था कि जवानों के साथ ही हमेशा ऐसा क्यों हो? 71 सालों से जो इस देश में होता आ रहा है वो अब बंद होना चाहिए और इसका कोई स्थायी समाधान होना चाहिए। मेरी हर बात की हर लाइन को पूरा नहीं दिखाया जाता। मैं आतंकवाद के खिलाफ डट कर खड़ा हूं।''
पीएम मोदी का 56 इंच का सीना कहां गया: सिद्धू
सिद्धू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अब वो 56 इंच का सीना कहां गया। नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए सिद्धू ने कहा, ''फौजियों के काफिले की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया। जब एक मंत्री के गुजरने से पहले पूरे शहर को सुरक्षा के मद्दे नजर जाम कर दिया जाता है तो सेना के इतने बड़े काफिले के गुजरने से पहले ट्रैकर क्यों नहीं चलाया गया। जवानों को हवाई यात्रा से क्यों नहीं ले जाया गया।''
सिद्धू ने पाकिस्तान जाने के मुद्दे पर कहा,'मैं तो बुलावे पर एक दोस्त के नाते गया था, इस देश का प्रधानमंत्री तो बिना बुलावे के ही पकिस्तान जाकर गले मिलकर आए थे और उनके आते ही पठानकोट के दिना नगर में आतंकियों ने हमला कर दिया। जब अटल जी पकिस्तान जाकर आए थे तो कारगिल युद्ध हुआ था। इसलिए किसी के पकिस्तान जाने का इन सब चीजों के साथ जोड़कर नहीं देखना चाहिए।'
बीते दिन (15 फरवरी) को नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा पर क्या बोला था?
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन के ‘‘कायरतापूर्ण’’ हमले की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पूछा कि क्या कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर इमरान खान के पिछले साल हुए शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने कहा, ‘‘कुछ लोगों के लिए क्या आप पूरे देश को जिम्मेदार ठहरा सकते है और क्या आप किसी व्यक्ति को जिम्मेदार ठहरा सकते हो?’’
आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ जवानों की मौत के प्रति एकजुटता दिखाते हुए पंजाब विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सिद्धू ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘यह कायरतापूर्ण कार्रवाई है और मैं सख्ती से इसकी निंदा करता हूं। हिंसा हमेशा निंदनीय है और जिन लोगों ने यह किया उन्हें सजा मिलनी चाहिए।’’ सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद का कोई धर्म और उसकी कोई जाति नहीं होती । उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 71 साल से यह सब हो रहा है । क्या वह कभी रूके हैं ।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मेरे लिए हिंसा हमेशा निंदनीय है । मैं हमेशा अहिंसा में विश्वास रखता हूं । किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं है । मेरे लिए आगे बढ़ने के लिए अहिंसा सबसे प्रबल हथियार है।
जैश-ए-मोहम्मद ने ली पुलवामा हमले की जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।(पीटीआई इनपुट के साथ)