जम्मू कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस जीतेगी : फारूक अब्दुल्ला
By भाषा | Updated: August 31, 2021 19:39 IST2021-08-31T19:39:02+5:302021-08-31T19:39:02+5:30

जम्मू कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस जीतेगी : फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस जीतेगी। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद उन्होंने पहली बार संकेत दिया कि उनकी पार्टी चुनाव में हिस्सा लेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 2018 में हुए पंचायत चुनाव तथा 2019 में हुए खंड विकास परिषद (बीडीसी) चुनाव में भाग नहीं लिया। पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए आयोजित संसदीय संपर्क कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को अब्दुल्ला ने विश्वास व्यक्त किया कि जम्मू-कश्मीर में जल्द एक सरकार बनेगी, जिसमें अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे। उन्होंने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा, "हम जीतेंगे और मैं आपको यह विश्वास के साथ बता रहा हूं कि अगर वे स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराते हैं, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस यहां सबसे बड़ी पार्टी होगी।" सितम्बर 2018 में पंचायत चुनाव और 2019 में बीडीसी चुनाव न लड़ने के बारे में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘‘ मुझे पछतावा है कि मेरी पार्टी ने चुनावों में भाग नहीं लिया। हमें लड़ना चाहिए था और ईश्वर ने चाहा तो हम भविष्य में जीतेंगे।’’ अब्दुल्ला के संबोधन के समय मंच पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। अब्दुल्ला ने पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों से कहा कि वे लोगों के संपर्क में रहें और उनकी समस्याओं को सुनें तथा नौकरशाहों की तरह व्यवहार न करें। उन्होंने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में अब भी आतंकवाद का खतरा है और ‘‘भगवान ही जानता है कि भविष्य में क्या होगा।’’ सिन्हा से पंचायत नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के साथ खड़े राजनीतिक नेता, आतंकवादियों के निशाने पर हैं और उनकी रक्षा करना देश का कर्तव्य है। जो राष्ट्र के साथ खड़े होंगे, उन्हें इस तरह के खतरों का सामना करना पड़ेगा, केवल भगवान ही रक्षक है।’’ कार्यक्रम में श्रोताओं में मौजूद जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह की तरफ इशारा करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हालांकि वह जानते हैं कि हर किसी को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जा सकती, लेकिन ‘‘आपको इस बारे में कुछ करना होगा।’’अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘‘ वे फोन नहीं उठाते जैसे उनके ऊपर कोई भूत मंडरा रहा हो।’’ उन्होंने सिन्हा से अनुरोध किया कि वह अधिकारियों को लोगों के फोन कॉल का जवाब देने का आदेश दें।अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जल्द ही जम्मू-कश्मीर में एक सरकार का गठन होगा, जिसके कार्यकाल में सरकारी अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे।’’ पूर्व मुख्यमंत्री की टिप्पणियों की पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों ने तालियां बजाकर सराहना की। यह पूछे जाने पर कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद क्या वह जम्मू कश्मीर में कोई प्रगति देखते हैं, अब्दुल्ला ने कहा कि इसे लोग खुद देखें। उन्होंने कहा, ‘‘आपको खुद देखना चाहिए कि क्या बदलाव हुआ है। क्या हमारी स्थिति बेहतर हुई है, क्या कोई प्रगति मिली है, क्या कोई विकास हुआ है, आपको खुद अपने लिए देखना होगा। यदि मैं कुछ कहूं तो वे कहेंगे कि मैं विपक्ष से हूं और वही बात कहूंगा जो विपक्षी दल कहते हैं।’’ अफगानिस्तान में स्थिति से संबंधित सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि भारत के पड़ोस में किसी भी देश में स्थिति अच्छी नहीं है, चाहे वह पाकिस्तान हो, नेपाल हो, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका या फिर मालदीव हो। उन्होंने कहा, ‘‘वहां कुछ हद तक निश्चित तौर पर तालिबान का प्रभाव होगा। यह कितना होगा, मुझे नहीं पता, इसका अमेरिका, रूस या चीन पर क्या असर होगा, मैं नहीं जानता।
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