नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को अर्धसैनिक बलों ने उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। इमरान की गिरफ्तारी के बाद रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोलने वाले उनके समर्थकों द्वारा पूरे पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया गया।
ऐसे में पाकिस्तान की स्थिति पर तमाम देश नजर बनाए हुए हैं। इस बीच पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "अस्थिर पाकिस्तान हमारे लिए खतरनाक है। हमें एक स्थिर पाकिस्तान चाहिए जो उपमहाद्वीप में शांति के लिए जरूरी है...हम उस देश के अच्छे होने की कामना करते हैं।' यह हमारा पड़ोसी है और हम उम्मीद करते हैं कि कुछ बेहतर आएगा और लोगों का शांतिपूर्ण जीवन होगा।"
वहीं, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक अशांति का हवाला देते हुए अपने नागरिकों के लिए नई यात्रा सलाह जारी की है। अमेरिकी दूतावास ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए यात्रा अलर्ट की घोषणा की है।
अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी ताजा एडवाइजरी में कहा गया है, "अमेरिकी दूतावास इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों की पहले की रिपोर्टों की निगरानी कर रहा है और साथ ही पूरे पाकिस्तान में चल रहे या कहीं और छिटपुट प्रदर्शनों की योजना बना रहा है।" इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने राजनीतिक यातायात व्यवधानों और प्रतिबंधों के कारण 10 मई के लिए कांसुलर नियुक्तियों को रद्द कर दिया है।