मोदी मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया, सोनोवाल और सुशील मोदी की सीट पक्की! देखें संभावित मंत्रियों की लिस्ट
By हरीश गुप्ता | Published: July 7, 2021 07:31 AM2021-07-07T07:31:11+5:302021-07-07T07:34:55+5:30
Modi Cabinet expansion 2021: नरेंद्र मोदी कैबिनेट का मंत्रिमंडल विस्तार आज शाम किया जा सकता है। इसे लेकर अटकलें कई दिनों से जारी थी।
नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बहुप्रतीक्षित फेरबदल का रास्ता आखिरकार साफ हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की सुबह केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। इसमें निवर्तमान केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत शामिल नहीं होंगे। गहलोत ने बीती रात मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था।
उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल मनोनीत किया गया है। मंत्रिमंडल फेरबदल बुधवार की शाम 6 बजे होने की संभावना है। मोदी मंत्रिमंडल में किसी न किसी कारणवश 7 स्थान रिक्त हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए 'मोदी वॉर टीम' गठित करने के लिए ताजा चेहरों को मौका देने की जरूरत महसूस की जा रही थी।
सूत्रों के अनुसार यह स्पष्ट है कि जनता दल (यू), लोजपा, आजसू (झारखंड), अपना दल (अनुप्रिया पटेल, यूपी) जैसी सहयोगी पार्टियों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
मोदी मंत्रिमंडल में ये चेहरे भी होंगे शामिल!
मंत्रिमंडल फेरबदल में ज्योतिरादित्य सिंधिया (मध्य प्रदेश), सर्बानंद सोनोवाल (असम), सुशील मोदी (बिहार), भूपेंद्र यादव (राजस्थान), वरुण गांधी (उत्तर प्रदेश), लल्लन सिंह (जदयू), पशुपति पारस (लोजपा), अनुप्रिया पटेल, चंद्रप्रकाश (आजसू), तथा दिलीप घोष (पश्चिम बंगाल) जैसे युवा नेताओं को शामिल करने पर जोर रहेगा।
पंकज चौधरी, रीता बहुगुणा जोशी, रामशंकर कठेरिया, राहुल कस्वां (राजस्थान), सीपी जोशी, डां भागवत कराड (महाराष्ट्र), प्रवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी (दिल्ली), जफर इस्लाम (यूपी), अश्वनी वैष्णव (ओडिशा), पूनम महाजन या प्रीतम मुंडे (महाराष्ट्र) को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
मोदी कैबिनेट में संघ का भी रखेंगे मान!
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के हाल में दिए बयान के अनुरूप मंत्रिमंडल में कुछ अल्पसंख्यक चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है।
वहीं, थावरचंद गहलोत के राज्यपाल मनोनीत किए जाने के बाद राज्यसभा में नेता पद खाली हो जाएगा। इससे पीयूष गोयल या प्रकाश जावड़ेकर को यह प्रतिष्ठित पद मिल सकता है।
इसके अलावा कभी शिवसेना के कोटे से सीएम बने नारायण राणे समेत दूसरे दलों से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है।