नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद दाभोलकर ने कहा- 7 साल बाद भी पिता की हत्या की जांच का पूरा नहीं होना दुखद है
By भाषा | Published: August 18, 2020 09:17 PM2020-08-18T21:17:13+5:302020-08-18T21:17:13+5:30
हामिद दाभोलकर ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को जांच पूरी करनी चाहिए और "मुख्य अपराधियों" को गिरफ्तार करना चाहिए।
पुणे: अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता और तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर के पुत्र हामिद दाभोलकर ने मंगलवार को यहां कहा कि उनके पिता की हत्या की जांच का सात साल बाद भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना दुखद है। महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में दो मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हामिद ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को जांच पूरी करनी चाहिए और "मुख्य अपराधियों" को गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘बृहस्पतिवार को इस घटना के सात साल हो जाएंगे। यह दुखद है कि सात साल बाद भी सीबीआई जैसी प्रतिष्ठित एजेंसी जांच पूरा नहीं कर पायी है।’’
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने वीरेंद्र तावड़े, शरद कालस्कर, सचिन अंदुरे, संजीव पुनालेकर और विक्रम भावे के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए हैं। लेकिन शेष गिरफ्तार आरोपियों - अमोल काले, अमित दिगवेकर और राजेश बंगेरा के खिलाफ आरोपपत्र दायर नहीं किए गए हैं।
हामिद ने कहा, ‘‘अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि असली षडयंत्रकारी कौन थे। सीबीआई को उन्हें ढूंढना चाहिए। अन्यथा लेखकों, तर्कवादियों और पत्रकारों की बोलने की स्वतंत्रता पर खतरा बना रहेगा।"
उन्होंने कहा, ‘‘जब दाभोलकर की हत्या हुयी, उस समय कांग्रेस-राकांपा सरकार सत्ता में थी। जब कॉमरेड गोविंद पंसारे की हत्या (2015 में) हुयी, भाजपा-शिवसेना की सरकार थी और अब शिवसेना, कांग्रेस तथा राकांपा की गठबंधन सरकार है।’’