Nagpur: कैसे एआई ने महाराष्ट्र पुलिस को 36 घंटों के भीतर हिट-एंड-रन केस सुलझाने में की मदद

By रुस्तम राणा | Updated: August 17, 2025 19:39 IST2025-08-17T19:39:52+5:302025-08-17T19:39:57+5:30

घटना 9 अगस्त रक्षाबंधन की है। जब एक व्यक्ति और उसकी पत्नी बाइक पर थे, तभी नागपुर में एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। महिला सड़क पर गिर गई। ट्रक ने उसे कुचल दिया और मौके से फरार हो गया।

Nagpur News How AI helped Maharashtra Police solve hit-and-run case within 36 hours | Nagpur: कैसे एआई ने महाराष्ट्र पुलिस को 36 घंटों के भीतर हिट-एंड-रन केस सुलझाने में की मदद

Nagpur: कैसे एआई ने महाराष्ट्र पुलिस को 36 घंटों के भीतर हिट-एंड-रन केस सुलझाने में की मदद

नागपुर: पुलिस ने 36 घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया। दरअसल, घटना 9 अगस्त रक्षाबंधन की है। जब एक व्यक्ति और उसकी पत्नी बाइक पर थे, तभी नागपुर में एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। महिला सड़क पर गिर गई। ट्रक ने उसे कुचल दिया और मौके से फरार हो गया।  इसके बाद उस व्यक्ति ने अपनी पत्नी के शव को अपनी बाइक से बाँधकर घर ले गया। - इस घटना का एक विचलित करने वाला वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित भी हुआ। 

वहीं व्यक्ति को टक्कर मारने वाले वाहन से संबंधित कुछ खास जानकारी नहीं थी। उसे बस इतना पता था कि नागपुर में जिस ट्रक ने उसकी पत्नी को कुचला था, उस पर लाल निशान थे। वह न तो उसका आकार पहचान पाया और न ही उसका निर्माण। पुलिस ने 36 घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया।

नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने एनडीटीवी को बताया कि पीड़िता "बहुत कम जानकारी" दे पाई। यह पूछे जाने पर कि इतनी कम जानकारी के बावजूद पुलिस ने आरोपी तक कैसे पहुँच बनाई, पोद्दार ने कहा कि उन्होंने सीसीटीवी डेटा एकत्र किया और उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिदम के ज़रिए चलाया।

पोद्दार ने कहा, "यहां जो किया गया वह यह था कि तीन अलग-अलग टोल नाकों, जो एक-दूसरे से 15-20 किलोमीटर की दूरी पर थे, के सीसीटीवी फुटेज, या जैसा कि हम इसे मेटाडेटा कहते हैं, एकत्र किए गए और दो एआई एल्गोरिदम का उपयोग करके इसका विश्लेषण किया गया। दोनों ही कंप्यूटर विजुअल नामक तकनीक पर आधारित थे।"

अधिकारी ने विस्तार से बताया, "पहले एल्गोरिथम ने पूरे सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करके लाल निशान वाले ट्रकों की पहचान की। दूसरे एल्गोरिथम ने सभी ट्रकों की औसत गति का विश्लेषण किया ताकि हमें पता चल सके कि कौन सा ट्रक इसमें शामिल हो सकता है। इसी आधार पर एक ट्रक की पहचान की गई। परसों, नागपुर ग्रामीण पुलिस की एक टीम ने ग्वालियर-कानपुर राजमार्ग से, जो नागपुर से लगभग 700 किलोमीटर दूर है, आरोपी को गिरफ्तार किया और ट्रक को जब्त कर लिया। अब हमने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और एआई का उपयोग करके 36 घंटों के भीतर मामले का खुलासा कर दिया गया है।"

महाराष्ट्र ने मार्वल (महाराष्ट्र रिसर्च एंड विजिलेंस फॉर एनहैंस्ड लॉ एनफोर्समेंट) नामक एक विशेष प्रयोजन वाहन बनाया है, जो देश का पहला राज्य-स्तरीय पुलिस एआई सिस्टम है। इसका पूर्ण स्वामित्व राज्य के पास है।  पुलिस अधिकारी ने कहा, "इसे कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ-साथ महाराष्ट्र सरकार के अन्य विभागों में एआई को लागू करने और उसका उपयोग करने के लिए बनाया गया है। इसका मूल उद्देश्य सरकारी मेटाडेटा का विश्लेषण और उपयोग करके ऐसे एआई समाधान तैयार करना है जो महाराष्ट्र सरकार के स्वामित्व में हों, न कि उन्हें बाहर से प्राप्त किया जाए।"

Web Title: Nagpur News How AI helped Maharashtra Police solve hit-and-run case within 36 hours

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