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नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में 13 लोगों की मौत पर बवाल, उग्रवादी समझकर चलाई थी गोली, SIT जांच के आदेश

By विनीत कुमार | Updated: December 5, 2021 10:57 IST

नागालैंड के मोन जिले में शनिवार शाम से तनाव की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबलों ने गलती से उग्रवादी समझकर कार्रवाई करते हुए नागरिकों पर गोली चला दी।

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कोहिमा: नागालैंड के मोन (Mon) जिले के ओटिंग गांव में सुरक्षाबलों की ओर से उग्रवादी समझकर की गई कार्रवाई में कम से कम 13 नागरिकों के मारे जाने की आशंका है। आधिकारिक स्रोत के हवाले से अभी संख्य की पुष्टि नहीं हो सकी है। सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबल पैराकमांडो थे और उन्होंने नागरिकों को गलती से उग्रवादी समझकर फायरिंग की। घटना में एक जवान के भी मारे जाने की खबर है।

घटना शनिवार शाम की है जब कुछ लोग एक कोल माइन से काम करने के बाद वापस अपने घर की ओर लौट रहे थे। ये एक पिक-अप ट्रक में सवार थे। पूरी घटना के बाद स्थानीय़ लोगों में गुस्सा है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक गुस्साएं ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी।

इस बीच नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने रविवार सुबह ट्वीट कर पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और शोक जताया। मुख्यमंत्री ने लिखा, 'ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं। उच्च स्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से शांति की अपील है।'

सुरक्षाबलों की कार्रवाई से गुस्से में ग्रामीण

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक घटना पर कोनयाक (जनजाति) के जिले के नेताओं ने कहा कि छह लोगों की मौत शनिवार शाम को ही हो गई थी जबकि सात लोगों की मौत रविवार सुबह तक हुई।

घटनास्थल का दौरा करने वाले एक नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा, '13 नागरिकों की मौत हुई है और 11 नागरिक घायल हैं। दो नागरिकों के लापता होने की भी सूचना है। हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। अगर न्याय नहीं मिला तो परिवार शव को नहीं लेंगे। हम सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के पास भी जाएंगे।'

मारे गए लोगों के गांव से 15 किमी दूर है कोयला खदान

मारे गए लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया है। जिले में स्थिति तनावपूर्ण है। कोनयाक नेता ने कहा, कोल माइन पीड़ियों के गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर है। वे हर शनिवार को घर लौटते हैं। रविवार का समय वे अपने परिवार के साथ बिताते हैं और फिर सोमवार सुबह ड्यूटी पर चले जाते हैं।'

दूसरी ओर पूर्वी नागालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) ने राज्य की राजधानी कोहिमा के पास किसामा में चल रहे वार्षिक हॉर्नबिल महोत्सव से हटने का फैसला किया है।

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