पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से गांधी शांति यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ की जा रही है। इस यात्रा की शुरुआत के मौके पर एनसीपी मुखिया शरद पवार और वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रकाश आंबेडकर भी पहुंचे। उनके साथ नवाब मलिक और प्रकाश चव्हाण भी मौजूद रहे।
यशवंत सिन्हा की यह गांधी शांति यात्रा मुंबई से शुरू होकर राजस्थान, यूपी, हरियाणा होते हुए 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट पर खत्म होगी। इस यात्रा के जरिए मांग की जाएगी कि नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार दोबारा विचार करे और संसद में घोषणा करे की देश में एनआरसी नहीं कराई जाएगी।
इस दौरान यशंवत सिन्हा ने कहा कि हमारी यात्रा एनआरसी और सीएए के विरोध में है। राज्य सरकारों ने जो हिंसा की, उसके खिलाफ है। रास्ते में हम लोगों से बात करेंगे। अंबेडकर जी के संविधान की रक्षा करेंगे। देश का दोबारा बंटवारा और गांधी की दोबारा हत्या नहीं होने देंगे।