अगर आपके मोबाइल में भी खुद से जुड़ गया है आधार हेल्पलाइन नंबर तो इसे डिलीट कर देंः महाराष्ट्र पुलिस
By भाषा | Published: August 4, 2018 04:17 AM2018-08-04T04:17:40+5:302018-08-04T04:17:40+5:30
मोबाइल में आधार हेल्पलाइन नंबर खुद से जुड़ने पर गूगल ने माफी मांगी। महाराष्ट्र पुलिस ने जारी की एडवायजरी।
नई दिल्ली, चार अगस्तः महाराष्ट्र पुलिस के साइबर सुरक्षा सेल ने आज देर शाम परामर्श जारी किया है कि अगर यूआईडीएआई के नाम से कोई नंबर अपने आप मोबाइल फोन में जुड़ जाए तो इसे डिलीट किया जाए। इससे पहले यूआईडीएआई ने फोन में पहले से ही डाले गये हेल्पलाइन नंबर को लेकर सोशल मीडिया पर जारी विवाद के बीच यह स्पष्टीकरण दिया। उसने कहा, ‘‘1800-300-1947 वैध यूआईडीएआई हेल्पलाइन नंबर नहीं है और निहित स्वार्थ वाले कुछ लोग इसे लेकर लोगों के बीच भ्रम फैला रहे हैं।’’
कुछ मोबाइल फोनों में उपयोगकर्ता की मंजूरी के बिना आधार हेल्पलाइन नंबर पहले से सेव होने को लेकर जनाक्रोश के बीच गूगल ने भी आज रात एंड्रायड फोनों के ‘सेटअप विजार्ड’ में पुराना यूआईडीएआई हेल्पलाइन नंबर और 112 हेल्पलाइन नंबर ‘‘गलती से’’ लोड हो जाने पर माफी मांगी। गूगल ने कहा कि नंबरों को फोन से डिलीट किया जा सकता है। उसने इस दिक्कत को खत्म करने का भी वादा किया।
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यूआईडीएआई ने स्पष्ट किया है कि उसका आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर 1947 है जो कि पिछले दो साल से अधिक समय से परिचालन में है। आधार की अक्सर आलोचना करने वाले तथा खुद को फ्रांसीसी बताने वाले कुख्यात ट्विटर यूजर इलियट एल्डरसन के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर इस बाबत विवाद शुरू हुआ।
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