महाराष्ट्रः उमड़े हुजूम के बीच इन दो किसानों पर ठहरी थीं हजारों निगाहें, सोशल मीडिया पर भी बने हीरो
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 13, 2018 09:47 IST2018-03-13T09:47:12+5:302018-03-13T09:47:50+5:30
महाराष्ट्र में किसानों के उमड़े हुजूम के बाद आखिरकार सूबे की सरकार को झुकना पड़ा और उनकी अधिकतर मांगें मान लेने का दावा किया।

महाराष्ट्रः उमड़े हुजूम के बीच इन दो किसानों पर ठहरी थीं हजारों निगाहें, सोशल मीडिया पर भी बने हीरो
मुंबई, 13 मार्चः मराठवाडा के हजारों किसान और आदिवासी सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान पहुंचे थे। अखिल भारतीय किसान सभा के बैनकर तले इस 'लाल हुजूम' ने विधानसभा का घेराव करने के लिए 200 किमी पैदल मार्च किया, जिसके बाद सरकार को किसानों के आगे झुकना पड़ा और लिखित आश्वासन देकर उनकी अधिकतर मांगें मान लेने का दावा किया गया। वहीं, किसानों के प्रदर्शन के दौरान कई ऐसे किसान भी थे जिनकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई।
दरअसल, महाराष्ट्र के गणेशगांव के 48 वर्षीय किसान नाथू उदार मोबाइल चार्ज करने के लिए अपने सिर पर सोलर पैनल लगाकर मुंबई पहुंचे थे, जिनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई। उन्हें लोगों ने सोलर काका के नाम से संबोधित किया। वह दो बच्चों के पिता हैं। उनका कहना था कि उनके परिवार में पत्नी सहित दो बच्चे हैं और 3 भैंसें हैं इसलिए उन्हें चार एकड़ जमीन चाहिए।
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वहीं सोलर पैनल को लेकर उनका कहना था कि जब आंदोलन में शामिल होने का निर्णय लिया तो इस पैनल को अपने घर से ही सिर पर लगा लिया क्योंकि इससे मेरा फोन चार्ज हो जाता है।
नाथू उदार के अलावा 60 वर्षीय महिला सुंदरबाई ढादु भोई की भी सोशल मीडिया पर चर्चा हुई क्योंकि उन्होंने मूंगफली अपने हाथों में ले रखी थीं। महाराष्ट्र किसानों का कहना है कि किसान अब मूंगफली के जरिए जीवन यापन कर रहे हैं और उसकी भी सप्लाई बंद है। सुंदरबाई सूबे के दयाना गांव की रहने वाली हैं। वह सात दिन पैदल मार्च कर अपने गांव के लोगों के साथ मुंबई पहुंची थीं।
उनका कहना था कि इस पैदल मार्च में शामिल होने का मकसद हम सभी अपनी वन भूमि पर अधिकार चाहते हैं इसलिए पैदल मार्च में शामिल होकर आंदोलन का हिस्सा बने।

