तलाक ले रहे अरबपति की हालत पतली, गुजारे-भत्ते देने के लिए जेब में नहीं पैसे!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 5, 2021 15:22 IST2021-01-05T15:21:36+5:302021-01-05T15:22:35+5:30
कोरोना वायरस का असरः पत्नी के साथ सेटलमेंट 100 करोड़ रुपए में फाइनल हुआ था, लेकिन अब आर्थिक संकट की वजह से ये सेटलमेंट अमाउंट कम होकर 55 करोड़ रुपयों पर आ चुका है

सेटलमेंट अमाउंट को कम करना ही एक विकल्प है.
मुंबईः कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इसकी वजह से तमाम देशों की आर्थिक गतिविधियां धीमी हो गई हैं. यहां तक कि कोरोना का सीधा असर तलाकशुदा दंपति पर पड़ रहा है.
दरअसल, कोरोना से पहले तलाक के लिए कोर्ट में जो सुनवाई हुई थी और मामला जिस सेटलमेंट अमाउंट पर फाइनल हुआ था, अब पार्टनर वो रकम चुकाने में असमर्थ हैं. ऐसी ही एक घटना में एक वकील ने बताया, जिसमें कोरोना की वजह से पति अपनी तलाकशुदा पत्नी को सेटलमेंट अमाउंट नहीं चुका पा रहा है.
पत्नी के साथ सेटलमेंट 100 करोड़ रुपए में फाइनल हुआ था, लेकिन अब आर्थिक संकट की वजह से ये सेटलमेंट अमाउंट कम होकर 55 करोड़ रुपयों पर आ चुका है और इसी सेटलमेंट अमाउंट पर बहुत सारे लोग मान भी रहे हैं. लॉ फर्म एसएनजी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश नारायण गुप्ता का कहना है कि अब लोग वकीलों का रुख कर रहे हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि वह सेटलमेंट का पैसा देने में असमर्थ हैं. ऐसे में सेटलमेंट अमाउंट को कम करना ही एक विकल्प है, जिसके लिए वकील की मदद की जरूरत पड़ रही है. कानून के मुताबिक कोई भी पार्टी सेटलमेंट अमाउंट में बदलाव के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है.
मुंबई की फैमिली कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही इशिका तोलानी का कहना है कि अधिकतर पति पैसों की दिक्कत के चलते सेटलमेंट अमाउंट कम कर रहे हैं. ऐसे में कोरोना के असर को देखते हुए महिलाएं भी कम सेटलमेंट अमाउंट में ही मान रही हैं.