मलयालम दैनिक ‘मातृभूमि’ के प्रबंध निदेशक और सांसद एम पी वीरेंद्र कुमार नहीं रहे, उपराष्ट्रपति नायडू ने शोक जताया
By भाषा | Published: May 29, 2020 02:00 PM2020-05-29T14:00:49+5:302020-05-29T14:00:49+5:30
मलयालम दैनिक ‘मातृभूमि’ के प्रबंध निदेशक एवं पीटीआई के निदेशक मंडल के एक सदस्य एम पी वीरेंद्र कुमार नहीं रहे। कोझीकोड के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
कोझीकोडः मलयालम दैनिक ‘मातृभूमि’ के प्रबंध निदेशक एवं पीटीआई के निदेशक मंडल के एक सदस्य एम पी वीरेंद्र कुमार का बृहस्पतिवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे।
उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। कुमार केरल से राज्यसभा सदस्य थे। सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उन्हें स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण अस्पताल में यहां भर्ती कराया गया था लेकिन दुर्भाग्यवश वह आज रात 11 बजे से कुछ पहले गुजर गये।’’ उनके परिवार में पत्नी, तीन पुत्रियां और एक पुत्र हैं।
वीरेंद्र कुमार 1987 में केरल विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वह दो बार लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुए थे। मार्च 2018 में वह केरल से राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए थे। उन्हें वाम लोकतांत्रिक मोर्चे का समर्थन प्राप्त था। उनका अंतिम संस्कार कल वायनाड में किया जायेगा। वीरेंद्र कुमार समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के तीन बार अध्यक्ष (चेयरमैन) रहे चुके थे। वह समाचार एजेंसी के निदेशक भी थे।
नायडू ने राज्यसभा सदस्य एवं मातृभूमि दैनिक के एमडी वीरेंद्र कुमार के निधन पर शोक जताया
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने राज्यसभा सदस्य और मलयालम भाषा के अग्रणी दैनिक अखबार मातृभूमि के प्रबंध निदेशक एम पी वीरेंद्र कुमार के निधन पर शुक्रवार को शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने मीडिया और पत्रकारिता में बहुमूल्य योगदान दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल के सदस्य वीरेंद्र कुमार का दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को निधन हो गया। राज्यसभा के सभापति नायडू ने कहा, ‘‘वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वरिष्ठ नेता होने के साथ ही एक कुशल पत्रकार और सफल लेखक भी थे।’’
उन्होंने कहा कि मातृभूमि प्रिंटिंग एंड पब्लिशिंग लिमिटेड का अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रहते हुए उन्होंने मीडिया और पत्रकारिता में बहुमूल्य योगदान दिया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि वीरेंद्र कुमार ने कई किताबें लिखीं और प्रतिष्ठित केंद्र साहित्य अकादमी पुरस्कार समेत कई सम्मान प्राप्त किए।
नायडू ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘उनके लेखन में मानवाधिकार और पर्यावरण संरक्षण के विषय शामिल रहते थे। वह हमेशा वंचित और हाशिए पर पड़े लोगों के हितों में काम करने के लिए प्रतिबद्ध रहते थे।’’ उन्होंने कहा कि कुमार के निधन से राष्ट्र ने एक महान नेता और सच्चा देशभक्त खो दिया। नायडू ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। ओम शांति।’’
पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने वीरेंद्र कुमार के निधन पर शोक जताया
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने राज्यसभा सदस्य एवं मलयालम भाषा के अग्रणी दैनिक अखबार ‘मातृभूमि’ के प्रबंध निदेशक एम पी वीरेंद्र कुमार को महान पत्रकार और लेखक बताते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
देवेगौड़ा ने अपने शोक संदेश में लिखा, ‘‘ पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा सदस्य एम पी वीरेंद्र कुमार के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। भगवान उनके परिवार और उनके लोगों को इस दुख को बर्दाश्त करने की शक्ति दे।’’ वीरेंद्र कुमार केरल से राज्य सभा सांसद थे और वह समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के निदेशक मंडल के सदस्य भी थे। उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को कोझिकोड के एक अस्पताल में हो गया।