MP Election Result: 2018 में कांग्रेस के साथ आया आदिवासी वोट 2023 में छिटका, भाजपा का जय जोहार असरदार साबित हुआ

By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 5, 2023 05:53 PM2023-12-05T17:53:31+5:302023-12-05T17:56:57+5:30

मध्य प्रदेश की आबादी में आदिवासी समुदाय की हिस्सेदारी 21फीसदी से ज्यादा है और इस समुदाय का असर 80 सीटों पर देखा जाता है।

MP Tribes Politics | MP Election Result: 2018 में कांग्रेस के साथ आया आदिवासी वोट 2023 में छिटका, भाजपा का जय जोहार असरदार साबित हुआ

MP Election Result: 2018 में कांग्रेस के साथ आया आदिवासी वोट 2023 में छिटका, भाजपा का जय जोहार असरदार साबित हुआ

Highlightsएमपी में किसके साथ आदिवासी का हाथ2018 में साथ आया आदिवासी,2023 में भाजपा को भाया47 आदिवासी सीटों में से 25 भाजपा,21 कांग्रेस को मिली

 मध्य प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए 47 सीट आरक्षित है।  2023 के विधानसभा चुनाव में 25 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज कर कमल की रंगत को नया रंग दिया है। कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21 सीट आई है। एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी ने जीत दर्ज की है ।

बीते चुनाव की बात करें तो आदिवासी सीटों में कांग्रेस ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी और भाजपा को 16 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक निर्दलीय ने चुनाव जीता था इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के केंद्र बिंदु में आदिवासी ही थे और यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस की टिकट नेताओं ने आदिवासी वोटरों को साधने के लिए आदिवासी क्षेत्रों में जमकर चुनावी सभा की। लेकिन सबसे ज्यादा इस बार कांग्रेस को ही नुकसान हुआ। प्रियंका गांधी ने आदिवासी इलाकों में इंदिरा गांधी के नाम पर आदिवासियों को रिझाने की भरपूर कोशिश की। लेकिन प्रियंका गांधी का यह दांव आदिवासियों परबे असर रहा।
 प्रियंका गांधी ने कुक्षी, इंदौर पांच, इंदौर एक, सांवेर, खातेगांव, चित्रकूट, रीवा, दतिया और सिंहावल में चुनावी सभा की। लेकिन 47 आदिवासी सीटों में से कांग्रेस को 21 पर ही संतोष करना पड़ा। हालांकि कांग्रेस का मानना है क्या आदिवासियों में उसकी पकड़ अभी कमजोर नहीं हुई है।

 वहीं दूसरी तरफ 2018 के चुनाव में आदिवासियों की बेरुखी को भांपने वाली भाजपा ने इस बार आदिवासियों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और आदिवासियों के बीच पहुंचे पीएम मोदी ने माहौल को पलट कर रख दिया। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में रतलाम, सिवनी, खंडवा, सीधी, दमोह, मुरैना, गुना, सतना, छतरपुर, नीमच, बड़वानी, इंदौर,बैतूल, शाजापुर और झाबुआ में चुनावी सभा की। जिसका असर नतीजे में देखा और बीजेपी कांग्रेस से आगे 25 सीटों पर निकल गई।

बहरहाल 2018 में आदिवासियों के बीच में मजबूत पैठ बनाने वाली कांग्रेस के लिए आदिवासी सीट कम होना किसी बड़े झटके से काम नहीं है। लेकिन अब 2024 के चुनाव में कांग्रेस आदिवासियों का भरोसा कैसे जीतेगी इस पर भी नजर होगी।

Web Title: MP Tribes Politics

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