रोहित वेमुला और पायल ताडवी की मां ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, कैंपस में होने वाले जातिगत भेदभाव को खत्म करने की मांग रखी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 28, 2019 09:01 PM2019-08-28T21:01:44+5:302019-08-28T21:01:44+5:30
पायल ताडवी की मां अबेदा सलीम ताडवी और रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला ने अपनी याचिका में यूजीसी 2012 के रेगुलेशन का कड़ाई से पालन किये जाने की मांग की है जिसमें इस तरह के जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध है।
साल 2016 में सुसाइड करने वाले हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला की मां और जातिगत टिप्पणी के तंग आकर आत्महत्या करने वाली छात्रा पायल ताडवी मां ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कैंपस में होने वाले जातिगत भेदभाव को खत्म करने की मांग की है।
पायल ताडवी की मां अबेदा सलीम ताडवी और रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला ने अपनी याचिका में यूजीसी 2012 के रेगुलेशन का कड़ाई से पालन किये जाने की मांग की है जिसमें इस तरह के जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध है।
Mothers of Rohith Vemula(PhD scholar from Hyderabad University who allegedly committed suicide in 2016)&Payal Tadvi(allegedly committed suicide after facing harassment at Mumbai's BYL Nair Hospital)move SC seeking direction to take measures to end caste discrimination on campuses
— ANI (@ANI) August 28, 2019
पायल ताडवी अनुसूचित जनजाति से थी जिन्होंने अपने सुसाइड नोट में कॉलेज की ही 3 सीनियर छात्रों पर जातिगत टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। प्रताड़ित करने वाली तीनों आरोपी डॉक्टर हेमा आहुजा, भक्ति मेहर और अंकिता खंडलेवाल को 29 मई को गिरफ्तार किया गया था।
वहीं तीन साल पहले हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला का मृत शरीर मिला था। विश्वविद्लाय प्रशासन ने आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के नेताओं पर कार्रवाई की और उन्हें हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया था। रोहित वेमुला उनमें ही एक थे। हॉस्टल खाली करके ये छात्र विश्वविद्लाय के चौराहे पर खुले में रहने लगे। इसे उन्होंने वेलीवाडा या दलित बस्ती का नाम दिया। यहीं रहने के दौरान एक दिन रोहित वेमुला हॉस्टल के कमरे में गए और कुछ समय बाद वहां उनकी लाश टंगी मिली।