लाइव न्यूज़ :

मोरबी पुल दुर्घटना: 'ईश्वर की इच्छा' से टूटा पुल, कोर्ट में आरोपी ने दिया बयान

By रुस्तम राणा | Updated: November 2, 2022 14:05 IST

पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार कंपनी ओरेवा के प्रबंधकों में से एक दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल जज एमजे खान की अदालत से कहा कि “यह भगवान की इच्छा थी कि ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।"

Open in App
ठळक मुद्देआरोपी ने अदालत से कहा कि यह भगवान की इच्छा थी कि ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटीसरकारी वकील ने कहा- मरम्मत के दौरान पुल में लगी केवल खराब हो चुकी थींरविवार शाम को हुआ था यह खौफनाक हादसा, 130 से ज्यादा लोगों की हुई मौत

अहमदाबाद: मोरबी पुल हादसे को लेकर एक आरोपी ने कोर्ट को बताया है कि हादसा ईश्वर की इच्छा के कारण हुआ। रविवार को मोरबी में ढहे पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार ओरेवा कंपनी के प्रबंधकों में से एक दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल जज एमजे खान की अदालत से कहा कि “यह भगवान की इच्छा थी कि ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।"

हालांकि, सरकारी वकील ने अदालत को सूचित किया कि मरम्मत के दौरान पुल में लगी केवल खराब हो चुकी थीं, जंग के कारण वे गल गई थीं जिसके बावजूद उन्हें नहीं बदला गया। वकील ने कहा कि ढहने का असली कारण एल्युमीनियम का आधार था जिसे लकड़ी के आधार से बदल दिया गया था जो पहले की तुलना में हल्की थी।

इस बीच, मोरबी और राजकोट बार एसोसिएशन ने मोरबी पुल ढहने के मामले में आरोपियों का प्रतिनिधित्व करने के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है। मार्च 2022 में मोरबी नगर निगम और अजंता ओरेवा कंपनी के बीच पुल के संचालन और रखरखाव के लिए 15 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे और यह 2037 तक वैध था।

यह कंपनी मूल रूप से घड़ी बनाती है। साल 1971 में एक भारतीय बिजनेस टाइकून, ओधवजी राघवजी पटेल द्वारा 'अजंता क्वार्ट्ज' के रूप में स्थापित किया गया था जो अब 'दुनिया की सबसे बड़ी घड़ी निर्माता कंपनी' के रूप में जानी जाती है। 

मोरबी पुल, जिसे 'झूलता पुल' कहा जाता है, ब्रिटिश काल के दौरान मच्छू नदी पर एक सदी से भी अधिक समय पहले बनाया गया था। घटना के चार दिन पहले गुजराती नव वर्ष पर केबल सस्पेंशन ब्रिज को जनता के लिए फिर से खोल दिया गया था। इस खौफनाक हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की मौतें हो गईं। घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

टॅग्स :गुजरातकोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: AAP विधायक गोपाल इटालिया पर जूता फेंका, देखें वायरल वीडियो

भारतBhavnagar Complex Fire: आग ने कई अस्पतालों को अपनी चपेट में लिया, चादरों में लिपटे बच्चों को खिड़कियों से बचाया गया, देखें भयावह वीडियो

भारतGujarat: भावनगर में पैथोलॉजी लैब में भीषण आग, बुजुर्गों और बच्चों को बचाने का रेस्क्यू जारी; दमकल की टीमें मौजूद

विश्वराष्ट्रमंडल खेलः दिल्ली में 2010 और अहमदाबाद में 2030?, 20 साल बाद मेजबान भारत, पीएम मोदी ने देशवासियों और खेल तंत्र को दी बधाई

क्रिकेट10 छक्के, 12 चौके, 37 गेंद और 119 रन, कौन हैं पटेल?, 31 बॉल में बना डाले शतक

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत