यूपी में कोरोना वैक्सीन लगवाने के एक दिन बाद वार्ड ब्वॉय की मौत, जानें डॉक्टरों ने क्या कहा
By अनुराग आनंद | Updated: January 18, 2021 11:30 IST2021-01-18T11:18:44+5:302021-01-18T11:30:06+5:30
बताया जा रहा है कि रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई तो घरवाले उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शनिवार को शख्स को कोरोनावायरस वैक्सीन दिया गया था।

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से खबर है कि यहां एक वार्ड ब्वॉय को कोरोना वैक्सीन लगाया गया था। इस वैक्सीन को लगाए जाने के एक दिन बाद ही उसकी मौत हो गई है। परिवार वालों का आरोप है कि पहले वह शख्स काफी अच्छा था, कोरोनावायरस वैक्सीन लगाए जाने की वजह से ही उसकी मौत हुई है।
इस मामले में अब डॉक्टरों ने सफाई दी है। डॉक्टरों ने बताया है कि शुरूआती रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा लगता है कि हार्ट अटैक के कारण मौत हुई है। सीएमओ ने बताया कि शनिवार को टीका लगवाने के बाद वह बिल्कुल ठीक थे। वह अपना काम अच्छे से कर रहे थे।
टाइम्स नाऊ रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि वार्ड ब्वाय के बेटे ने कहा है कि वैक्सीन लगवाने के बाद उनके पिता की तबीयत पहले की तरह सामान्य नहीं थी। परिवार वालों का कहना है कि उनके आदमी की जान टीकाकरण की वजह से ही गई है।
वैक्सीन लगवाने के बाद दूसरे दिन सीने में दर्द व सांस लेने में दिक्कत हुई-
बताया जा रहा है कि रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई तो घरवाले उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिपाल सिंह जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के पद पर थे। उनकी ड्यूटी सर्जिकल वार्ड में थी। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है।
देश में दो दिन में 2.24 लाख लोगों को लगा टीका, प्रतिकूल प्रभाव के 447 मामले-
केंद्र ने रविवार को कहा कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के दो दिनों के दौरान देश में 2.24 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 के टीके लगाये गए तथा इस दौरान प्रतिकूल प्रभाव के सिर्फ 447 मामले सामने आये। केंद्र ने कहा कि इन 447 मामलों में से केवल तीन व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी।
केंद्र ने कहा कि प्रतिकूल प्रभाव सामने आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराये गए तीन व्यक्तियों में से दो को उत्तर रेलवे अस्पताल और दिल्ली के एम्स से छुट्टी दे दी गई है और एक एम्स, ऋषिकेश में निगरानी में है और उसकी स्थिति ठीक है। मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने कहा कि 2,07,229 लाभार्थियों को शनिवार को टीके लगाये गए जो कि किसी देश में एक दिन में टीकाकरण की सबसे अधिक संख्या है।
रविवार के दिन सिर्फ छह राज्यों ने कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान चलाया-
मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने कहा, ‘‘आज रविवार होने के चलते, सिर्फ छह राज्यों ने कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान चलाया और 553 सत्रों में कुल 17,072 लाभार्थियों को टीका लगाया गया।’’
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार 17 जनवरी तक कुल 2,24,301 लाभार्थियों को टीके लगाये गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘16 और 17 जनवरी को कुल 447 एईएफआई (टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव) की सूचना मिली है, जिनमें से केवल तीन को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
अब तक सामने आये प्रतिकूल प्रभावों में से ज्यादातर मामूली थे जैसे बुखार, सिरदर्द, मितली आना।’’ अधिकारी ने कहा कि प्रतिकूल प्रभाव के कुछ मामलों में अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है जिन्हें गंभीर प्रभाव के तहत वर्गीकृत किया जाता है।