PM मोदी ने युवा IAS अधिकारियों से समस्याओं के समाधान के लिए ये कदम उठाने को कहा
By भाषा | Published: July 3, 2019 05:57 AM2019-07-03T05:57:41+5:302019-07-03T05:57:41+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी के पास इस अवधि में नीति निर्माण को प्रभावित करने का एक मौका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार के कामकाज में नवीनता और ताजगी का संचार करना है। उन्होंने कहा कि अनुभव और नवीनता का संगम व्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को युवा आईएएस अधिकारियों से समस्याओं के समाधान के लिए एक नया दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि उनके अनुभव और नए विचारों का मिश्रण प्रणाली के लिए फायदेमंद होगा। वर्ष 2017 बैच के 160 से अधिक अधिकारी एक जुलाई से तीन महीनों के लिए केंद्र सरकार के विभागों में सहायक सचिव के रूप में काम कर रहे हैं।
इन अधिकारियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी के पास इस अवधि में नीति निर्माण को प्रभावित करने का एक मौका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार के कामकाज में नवीनता और ताजगी का संचार करना है। उन्होंने कहा कि अनुभव और नवीनता का संगम व्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार बातचीत के दौरान, अधिकारियों ने ‘फील्ड’ प्रशिक्षण के अपने अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री ने सरकार में अधिकारियों के आगामी तीन महीनों को बहुत महत्वपूर्ण और एक अच्छी तरह से सोची गई प्रक्रिया का हिस्सा बताया।
बयान के अनुसार मोदी ने अधिकारियों को समस्याओं को हल करने के लिए एक नई दृष्टि, नये विचार और नया दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को उन्हें सौंपी गई समस्याओं के समाधान के साथ आने का प्रयास करना चाहिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इन अधिकारियों में 27 प्रतिशत महिलाएं हैं और उनकी कुल औसत आयु 28-29 वर्ष है। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों में 111 अधिकारी इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं और लगभग 20 अधिकारी चिकित्सा पृष्ठभूमि से हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘इससे सरकार की डिजिटल इंडिया और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के बारे में उनकी बेहतर समझ से मदद मिलेगी।’’