मोदी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय की सर्किट बेंच का किया उद्घाटन, ममता ने आपत्ति जताई

By भाषा | Published: February 8, 2019 10:06 PM2019-02-08T22:06:12+5:302019-02-08T22:06:12+5:30

मोदी ने कहा कि केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा 13-14 साल पहले मंजूरी के बावजूद, ‘‘राज्य की असंवेदनशील सरकार अब तक सर्किट बेंच की शुरुआत नहीं कर पाई।’’ 

Modi inaugurated Circuit Bench of Calcutta High Court, Mamata expressed objection | मोदी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय की सर्किट बेंच का किया उद्घाटन, ममता ने आपत्ति जताई

सांकेतिक तस्वीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की ‘सर्किट बेंच’ का उद्घाटन किया। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि उनकी सरकार और उच्च न्यायालय को इस संबंध में अंधेरे में रखा गया।

ममता ने मोदी पर सर्किट बेंच के उद्घाटन को ‘हाईजैक’ करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘जमीन हमारी है, सर्किट बेंच उच्च न्यायालय की है। न तो दूल्हा है, न दुल्हन है लेकिन बैंड वाला आ गया है।’’ 

जलपाईगुड़ी जिले के चूडाभंडार में एक मंच से ‘सर्किट बेंच’ की पट्टिका का उद्घाटन करने के लिए बटन दबाते हुए मोदी ने कहा, ‘‘सर्किट बेंच के उद्घाटन के साथ उत्तरी बंगाल की जनता की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई क्योंकि अब उन्हें मुकदमे के लिए कोलकाता नहीं जाना पड़ेगा।’’ दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को शीघ्र न्याय की व्यवस्था करने के लिए सर्किट बेंच की स्थापना की जाती है।

मोदी ने कहा कि केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा 13-14 साल पहले मंजूरी के बावजूद, ‘‘राज्य की असंवेदनशील सरकार अब तक सर्किट बेंच की शुरुआत नहीं कर पाई।’’ 

इस आरोप से इंकार करते हुए ममता ने दावा किया कि उन्होंने तथा कलकत्ता उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश ने चार महीने पहले सर्किट बेंच के उद्घाटन की योजना बनाई थी लेकिन केन्द्र ने कोई अधिसूचना जारी नहीं की।

उन्होंने कहा, ‘‘सर्किट बेंच के लिए कोष और नई इमारत के लिए जमीन किसने दी? हमने (पश्चिम बंगाल सरकार) 300 करोड़ रुपये खर्च किये, हमने ही जमीन दी।’’ 

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘क्या उच्च न्यायालय से कोई उपस्थित था? न तो राज्य सरकार को ना ही उच्च न्यायालय को जानकारी दी गई... मोदी बाबू ने उच्च न्यायालय या राज्य सरकार को जानकारी नहीं दी। उन्होंने इसका उद्घाटन सिर्फ इसलिए किया क्योंकि लोकसभा चुनाव आ रहे हैं। यह बहुत शर्म की बात है।’’ उद्घाटन समारोह में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश या कोई अन्य न्यायाधीश उपस्थित नहीं था।

कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक अधिकारी ने कहा कि किसी न्यायाधीश के मौजूद होने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि पीठ के उद्घाटन के संबंध में न तो केन्द्र और न ही राज्य सरकार से कोई जानकारी मिली है । 

उच्च न्यायालय के अधिकारी ने कहा, ‘‘मैं इस बारे में उच्चतम न्यायालय को पत्र लिख रहा हूं।’’ मोदी ने पीठ का उद्घाटन करते हुए कहा कि पीठ उत्तरी बंगाल में दार्जिलिंग, कलिमपोंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार के लोगों को शीघ्र न्याय दिलाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन चार जिलों के लोगों को अब 600 की जगह 100 किलोमीटर से भी कम दूरी की यात्रा करनी होगी।

मोदी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31डी के फालाकाटा-सलसलाबाड़ी सेक्शन के बीच चार लेन की सड़क परियोजना की आधारशिला भी रखी।

उन्होंने कहा कि राजमार्ग का 41.7 किलोमीटर लंबा सेक्शन पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में आता है। इसे बनाए जाने पर 1938 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

मोदी ने कहा कि परियोजना के पूरा हो जाने पर सलसलाबाड़ी और अलीपुरद्वार से सिलीगुड़ी के बीच सड़क मार्ग से दूरी 50 किलोमीटर घट जाएगी और क्षेत्र में पर्यटन को बढावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार लेन की सड़क बन जाने से क्षेत्र से चाय और अन्य कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाना आसान हो जाएगा। कुल मिलाकर इससे राज्य की सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर बनेंगे।

Web Title: Modi inaugurated Circuit Bench of Calcutta High Court, Mamata expressed objection

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