इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए जासूसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले पर शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा। राहुल ने कहा,'मेरा फोन टैप किया गया, ये मेरी प्राइवेसी का मामला नहीं है, मैं भारत में विपक्ष का नेता होने के नाते जनता की आवाज उठाता हूं, इसलिए यह जानता की आवाज दबाने का मामला है।
'मोदी-शाह ने किया भारत के लोकतंत्र पर हमला'राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस को इजराइली सरकार ने एक हथियार माना है। यह हथियार आतंकवादियों के खिलाफ इस्तेमाल होता है लेकिन हमारे पीएम और गृह मंत्री ने लोकतंत्र के खिलाफ इसे इस्तेमाल किया। यह जनता की आवाज पर आक्रमण है। राहुल ने कहा, 'इंटेलिजेंस के कई अधिकारी मुझसे कह चुके हैं कि सर आपका फोन टैप किया जा रहा है। मेरे दोस्तों को फोन करके कहा जाता है कि आप राहुल गांधी से कह दीजिए कि उन्होंने फोन पर ये बात कही थी, लेकिन मैं डरता नहीं हूं'
राहुल गांधी ने की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांगराहुल ने कहा कि पेगासस जासूसी का सॉफ्टवेयर है, भारत के कानून के हिसाब से पेगासस हथियार है। सुप्रीम कोर्ट और राफेल की जांच को रोकने के लिए पेगासस का प्रयोग किया गया इसलिए गृहमंत्री और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ न्यायिक जांच की जानी चाहिए।
पेगासस लिस्ट में अनिल अंबानी का भी नामपेगासस की लिस्ट में उद्योगपति अनिल अंबानी और सीबीआई (CBI) के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा का भी नाम शामिल किया गया था। ये दावा न्यूज पोर्टल 'द वायर' ने अपनी रिपोर्ट में किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आलोक वर्मा को केंद्र सरकार ने 2018 में CBI के पूर्व प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया था। इसके फौरन बाद ही वर्मा का नाम पेगासस की लिस्ट में शामिल किया गया। इसके साथ ही अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के 2 अधिकारियों के नाम भी इस लिस्ट में शामिल थे। अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की ओर से फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में दसॉ एविएशन के प्रतिनिधि वेंकट राव पोसिना और बोइंग इंडिया के प्रमुख प्रत्यूष कुमार के नंबर भी 2018 और 2019 में निगरानी में रखे गए थे। बता दें कि फ्रांस से राफेल डील को लेकर विपक्ष के नेता केंद्र सरकार पर अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के आरोप लगाते रहे हैं।