एमपी में चुनाव जीते विधायको ने सांसदी छोड़ी, सांसद से विधायक बने चेहरे नया ठिकाना अब विधानसभा
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 6, 2023 02:11 PM2023-12-06T14:11:40+5:302023-12-06T14:37:34+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने नया प्रयोग करते हुए तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था। जिन में से निवास विधानसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह को हार मिली थी। बाकी 5 विधानसभा सीटों पर भाजपा के सांसद जीत दर्ज कर चुके हैं।
चुनाव जीतें छह सांंसदों ने सांसदी छोड़ी
लेकिन अब दिल्ली से बड़ी खबर आई है मध्य प्रदेश में 5 सीटों पर जीतकर विधायक चुने गए 5 सांसदों ने अपने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। जबलपुर से सांसद राकेश सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया है । केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने नरसिंहपुर विधानसभा सीट पर जीतने पर पद छोड़ दिया है सीधी से सांसद रीति पाठक और गाडरवारा से सांसद राव उदयप्रताप ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिमनी विधानसभा सीट पर नरेंद्र सिंह तोमर ने भी सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है ।
सांसदों के इस्तीफा देने के बाद से अब केंद्रीय मंत्री का पद भी इनके पास नहीं रहेगा। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल सांसद होने के साथ मोदी सरकार में मंत्री थे। लेकिन अब सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद दोनों के पास से केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी भी चली गई है।
लेकिन अब यह तय हो गया है की चुनाव जीते 5 सांसद अब विधायक बनने के बाद विधानसभा में बैठेंगे।
लेकिन अब सवाल इस बात को लेकर की क्या विधायक के तौर पर सांसदी छोड़ने वाले छह चेहरे विधानसभा के सदस्य रहेंगे या फिर इनमें से कोई चेहरा मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री को और मंत्री का होगा। इसको लेकर अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। लेकिन जिस प्रयोग के साथ भाजपा विधानसभा चुनाव में उतरी थी उसके सफल होने के बाद यह एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है।
आगे क्या होगा
5 सांसदों के सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद वहां उपचुनाव होना अभी नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि 2024 की शुरुआत में लोकसभा का चुनाव होना है ऐसे में खाली हुई सीटों पर पार्टी किसी नए चेहरे के साथ चुनाव मैदान में जा सकती है। मतलब साफ है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ ही 5 संसदीय सीटों पर भी चुनाव होंगे उससे पहले चुनाव होना मुमकिन नजर नहीं आता है।