Milkipur Seat Bypoll: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर देखने को मिलेगा पासी बनाम पासी का चुनावी संघर्ष
By राजेंद्र कुमार | Updated: January 14, 2025 19:54 IST2025-01-14T19:54:03+5:302025-01-14T19:54:03+5:30
मिल्कीपुर सीट पर बड़ी संख्या में पासी वोटर होने के कारण भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पासी समाज से आने वाले चंद्रभान पासवान को इस सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है।

Milkipur Seat Bypoll: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर देखने को मिलेगा पासी बनाम पासी का चुनावी संघर्ष
लखनऊ: मकर संक्रांति के दिन जब प्रयागराज में करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे थे, उसी दरमियान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से उपचुनाव के लिए प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। साड़ी के कारोबारी चंद्रभानु पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और वह दो बार रुदौली से जिला पंचायत सदस्य रहे हैं।
मिल्कीपुर सीट पर बड़ी संख्या में पासी वोटर होने के कारण भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पासी समाज से आने वाले चंद्रभान पासवान को इस सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। ऐसे में अब इस सीट पर पासी बनाम पासी का चुनावी संघर्ष देखने को मिलेगा क्योंकि समाजवादी पार्टी ने भी पासी समाज से आने वाले अजीत प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है।
ऐसे मिला चंद्रभानु को टिकट :
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर करीब 3.23 लाख मतदाता हैं। इनमें एक लाख से ज्यादा दलित मतदाता हैं। ब्राह्मण-यादव के बाद करीब 60 हजार पासी समाज के मतदाता हैं। वोटों के इस गणित के आधार पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस सीट से चुनाव लड़ाने के प्रबल दावेदार भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ और पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी, जिला महामंत्री राधेश्याम, अनुसूचित जाति मोर्चा के कोषाध्यक्ष चंद्रकेश रावत और प्रदेश के उप परिवहन आयुक्त सुरेन्द्र रावत के आवेदनों को किनारे कर, चंद्रभान पासवान को चुनाव मैदान में उतारने पर मोहर लगा दी।
चंद्रभान को मिल्कीपुर सीट से चुनाव लड़ाने की पैरवी रुदौली के भाजपा विधायक रामचंद्र यादव और अयोध्या (फैजाबाद) के सांसद रहे लल्लू सिंह ने भी की थी। मिल्कीपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए चंद्रभान का बहुत ज्यादा राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। उनके पिता बाबा राम लखन पासवान गांव परसौली के ग्राम प्रधान रह चुके हैं। चंद्रभान की पत्नी कंचन पासवान रुदौली से दूसरी बार जिला पंचायत सदस्य हैं। वह पिछले कुछ समय से मिल्कीपुर विधानसभा में लगातार सक्रिय रहे हैं, जिसके चलते उन्हे ही चुनाव मैदान में उतारे जाने की राय भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में बनी और उन्हे चुनाव मैदान में उतार दिया गया।
मिल्कीपुर सीट पर होगा सीधा मुक़ाबला :
अयोध्या जिले के रुदौली कस्बे से सटे हुए गांव परसौली के रहने वाले चंद्रभान पासवान का साड़ी का बड़ा कारोबार है। रुदौली बाजार में बाबा क्लॉथ हाउस के नाम से कपड़े का शोरूम है। रुदौली और गुजरात के सूरत में भी उनका साड़ी का कारोबार है। उन्होंने अयोध्या के साकेत विश्वविद्यालय से एम कॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है। विवादों से दूर रहने वाले चंद्रभान को मिल्कीपुर सीट पर उतारकर भाजपा नेतृत्व ने पासी वोट बैंक को साधने का दांव खेला है।
ऐसे में उनका मुक़ाबला अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद से होगा और अब मिल्कीपुर का चुनाव पासी बनाम पासी होगा। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट भाजपा और समाजवादी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर हाल में इस सीट को जीतकर अयोध्या सीट पर हुई हार का बदला लेना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अगुवाई में 6 मंत्रियों को लगाया है। दूसरी तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए बूथ स्तर पर पार्टी नेताओं की ज़िम्मेदारी तय कर रहे हैं।