जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, सज्जाद गनी को किया गिरफ्तार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 5, 2019 08:08 PM2019-08-05T20:08:04+5:302019-08-05T20:08:04+5:30
कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है जिसके बीच ये गिरफ्तारियां हुई हैं। इससे पहले महबूबा और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया था।
जम्मू-कश्मीर पर केंद्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म करने का प्रस्ताव राज्यसभा से पारित करवा लिया है। इस बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और सज्जाद गनी लोन को गिरफ्तार कर लिया गया है। महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया है, जबकि सज्जाद गनी को कहां रखा गया है इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी हासिल नहीं हो सकी है।
बता दें कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है जिसके बीच ये गिरफ्तारियां हुई हैं। इससे पहले महबूबा और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि दोनों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थीं क्योंकि आतंकवादी धमकी और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ शत्रुता बढ़ने के बीच तड़के कश्मीर में कर्फ्यू लगाया।
बताया गया था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को उनके घरों में हिरासत में ले लिया गया। नेशनल कांफ्रेंस के नेता अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा था कि ‘मुझे लगता है कि मुझे आज आधीरात से घर में नजरबंद किया जा रहा है और मुख्यधारा के अन्य नेताओं के लिए भी यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो गई है। इसकी सच्चाई जानने का कोई तरीका नहीं है लेकिन अगर यह सच है तो फिर आगे देखा जाएगा।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि कश्मीर के लोगों के लिए हमें नहीं मालूम कि क्या चल रहा है लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि अल्लाह ने जो भी सोचा है वह हमेशा बेहतर होगा, हमें यह शायद अभी नजर न आए लेकिन हमें कभी उनके तरीकों पर शक नहीं करना चाहिए। हर किसी को शुभकमानाएं, सुरक्षित रहे और सबसे जरुरी कृपया शांति बनाए रखें।
कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन अस्थायी रूप से रोक दिए। पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रटों को सैटेलाइट फोन दिए गए। इन घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा ने ट्वीट कर कहा था कि मोबाइल फोन कनेक्शन समेत जल्द ही इंटरनेट बंद किए जाने की खबरें सुनीं। कर्फ्यू का आदेश भी जारी किया जा रहा है। अल्लाह जानता है कि हमारे लिए कल क्या इंतजार कर रहा है। यह रात लंबी होने वाली है।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर में रविवार से ही तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। अधिकारियों ने आतंकवादी खतरे और पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर शत्रुता बढ़ने के बीच अहम प्रतिष्ठानों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा बीच में ही समाप्त करने और तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों से यथाशीघ्र घाटी छोड़ने के लिए कहे जाने के बाद परेशान स्थानीय लोग घरों में जरूरी सामानों का स्टॉक करने के लिए दुकानों और ईंधन स्टेशनों पर बड़ी-बड़ी कतारों में खड़े नजर आए।
(समाचार एजेंजी भाषा के इनपुट के साथ)