Media Mughal Ramoji Rao: रामोजी राव राजकीय सम्मान के साथ हुए पंचतत्व में विलीन, चंद्रबाबू नायडू ने अंतिम यात्रा में दिया कंधा

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 9, 2024 12:46 IST2024-06-09T12:36:54+5:302024-06-09T12:46:51+5:30

देश के बड़े उद्योगपति और मीडिया मुगल रामोजी राव का अंतिम संस्कार रविवार सुबह हैदराबाद के रामोजी फिल्म सिटी में हुआ।

Media Mughal Ramoji Rao: Ramoji Rao merged with Panchatatva with state honour, Chandrababu Naidu lent shoulder in his last journey | Media Mughal Ramoji Rao: रामोजी राव राजकीय सम्मान के साथ हुए पंचतत्व में विलीन, चंद्रबाबू नायडू ने अंतिम यात्रा में दिया कंधा

एएनआई

Highlightsमीडिया मुगल रामोजी राव का अंतिम संस्कार रामोजी फिल्म सिटी में हुआचंद्रबाबू नायडू खुद रामोजी फिल्म सिटी पहुंचे, उन्होंने रामोदी के शव को कंधा भी दियाआंध्र सरकार ने रामोजी के निधन पर रविवार और सोमवार को राजकीय शोक का ऐलान किया है

हैदराबाद: देश के बड़े उद्योगपति और मीडिया मुगल रामोजी राव का अंतिम संस्कार रविवार सुबह हैदराबाद के रामोजी फिल्म सिटी में हुआ। तेलंगाना सरकार के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस गमगीन मौके पर टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू खुद रामोजी फिल्म सिटी पहुंचे और राव की अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें कंधा भी दिया।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार आंध्र प्रदेश सरकार ने उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी नामित किया था। वहीं राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि रविवार और सोमवार (9 और 10 जून) को रामोजी के निधन पर राज्य में राजकीय शोक रहेगा।

राव का शनिवार तड़के तेलंगाना के हैदराबाद के स्टार अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को राव के निधन पर शोक व्यक्त किया।

नरेंद्र मोदी ने रामोजी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "जब मैं रामोजी राव गारू के बारे में सोचता हूं, तो मुझे एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति की याद आती है, जिनकी प्रतिभा का कोई सानी नहीं है। वह एक कृषक परिवार से थे और उन्होंने सिनेमा, मनोरंजन, मीडिया, कृषि, शिक्षा और शासन जैसी विविध दुनियाओं में अपनी छाप छोड़ी। उनकी पूरी जीवन यात्रा के दौरान जो चीज आम रही, वह थी उनकी विनम्रता और जमीनी स्तर से जुड़ाव। इन गुणों ने उन्हें व्यापक स्तर के लोगों का प्रिय बना दिया।'' 

मोदी ने कहा, "वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी। उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर एक अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों के माध्यम से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के लिए नए मानक स्थापित किए।" 

निवर्तमान प्रधानमंत्री ने कहा, "रामोजी राव गारू भारत के विकास को लेकर बेहद भावुक थे। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनकी बुद्धिमत्ता से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय के दौरान उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।"

रामोजी राव की विरासत विशाल है, जिसमें कई सफल व्यावसायिक उद्यम और मीडिया प्रोडक्शन शामिल हैं। उनके नेतृत्व में ईनाडु तेलुगु मीडिया में एक बड़ी ताकत बन गया।
उनके अन्य व्यावसायिक उपक्रमों में फिल्म प्रोडक्शन हाउस उषा किरण मूवीज, फिल्म वितरण कंपनी मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स, वित्तीय सेवा फर्म मार्गादारसी चिट फंड और होटल श्रृंखला डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स शामिल हैं। वह टेलीविजन चैनलों के ईटीवी नेटवर्क के प्रमुख भी थे।

साल 2016 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण मिला था।

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