MCD poll counting: कांग्रेस के बाद बीजेपी, 15 साल का शासन खतरे में!, एमसीडी पर आप का कब्जा, 131 सीट पर आगे, बहुमत के लिए चाहिए 126
By सतीश कुमार सिंह | Updated: December 7, 2022 13:55 IST2022-12-07T13:54:35+5:302022-12-07T13:55:53+5:30
MCD poll counting: दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतों की गिनती बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई। एमसीडी के 250 वार्ड के लिए चार दिसंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है।

आप ने 2013 में कांग्रेस शासन का अंत कर दिल्ली विधानसभा पर कब्जा किया था।
MCD poll counting: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में आम आदमी पार्टी (आप) का जादू चल गया है। आप इस बार भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ती नजर आ रही है। आप ने 2013 में कांग्रेस शासन का अंत कर दिल्ली विधानसभा पर कब्जा किया था।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतगणना में आम आदमी पार्टी (आप) ने 124 सीटों पर जीत दर्ज की है और 7 सीट पर आगे चल रही है और इन सभी सीट पर जीत दर्ज करने पर वह 131 का आंकड़ा छू लेगी। बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को एमसीडी के 250 वार्ड में से 126 में जीत दर्ज करनी होगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 100 सीट पर जीत दर्ज की है और वह 5 सीट पर आगे है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने अभी तक केवल 7 सीट अपने नाम की है और एक पर ही आगे चल रही है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवार शकीला ने जीत दर्ज की है। दो अन्य निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी-अपनी सीट पर आगे चल रहे हैं।
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि महज 10 साल पुरानी पार्टी ने देश की सबसे बड़ी पार्टी (भाजपा) को उसी के गढ़ में ‘‘मात’’ दे दी। उन्होंने कहा, ‘‘ परिणामों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ‘आप’ एक बेहद ईमानदार पार्टी है।’’ सिंह ने कहा कि परिणाम इसलिए भी उल्लेखनीय हैं, क्योंकि भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए 17 केंद्रीय मंत्रियों सहित सभी शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारा था।
‘आप’ के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी 230 वार्ड में जीत दर्ज करेगी। पार्टी के लिए एमसीडी चुनाव में स्पष्ट जीत दिल्ली पर उसके प्रभाव का एक और उदाहरण होगी। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, ‘‘15 साल की सत्ता विरोधी लहर के बावजूद हमारा प्रदर्शन बेहतर है। हमने नगर निगमों में दिल्ली के लोगों के कल्याण के लिए काम किया, लेकिन शायद कुछ लोग खुश नहीं हैं। हालांकि, भाजपा के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है।’’