जम्मूः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने वैष्णो देवी की यात्रा कर प्रदेश के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा है। वे आज से अपने 2 दिवसीय वैष्णो देवी की यात्रा पर हैं।
राहुल गांधी ने कटड़ा से कार्यकर्ताओं के संग दोपहर के समय चढ़ाई शुरू कर दी। राहुल ने माता के भवन में आरती में शिरकत की और रात को राहुल गांधी का रात को भवन में रुकने का कार्यक्रम है। राहुल गांधी माता वैष्णो देवी भवन में सुबह की आरती में भी शामिल होंगे और वहां भी माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड ने विशेष प्रबंध कर रखे हैं।
वे कल पैदल ही माता के भवन से नीचे उतरकर कांग्रेस नेताओं संग जम्मू पहुंचेंगे। जम्मू के त्रिकुटा नगर में जेके रिजाटर्स में राहुल गांधी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिल कर बैठक करेंगे। वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने के लिए वे दोपहर को जम्मू पहुंचे थे। आधार शिविर कटड़ा में उन्होंने वहां पर मौजूद पत्रकारों से साफतौर पर कहा कि मैं यहां माता की पूजा करने आया हूं।
मैं यहां कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहता। यह सच है कि 42 वर्ष के उपरांत गांधी परिवार का सदस्य यानी कि राहुल गांधी वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचे हैं। इससे पहले 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी के उपरांत हुए चुनावों में हार के उपरांत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पार्टी की जीत की कामना को लेकर अपने योग गुरु स्वामी धीरेंद्र ब्रह्मचारी के साथ वर्ष 1977 में कटड़ा से पैदल मां वैष्णो देवी के भवन पहुंची थीं।
वैष्णो देवी के चरणों में कांग्रेस पार्टी की जीत की कामना की थी। इसके उपरांत कांग्रेस पार्टी की जीत तथा एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने पर इंदिरा गांधी वर्ष 1979 में अपने पुत्र संजय गांधी तथा कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ के साथ वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचे थी। अब गांधी परिवार के सदस्य राहुल गांधी वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचे हैं।
इससे पहले माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए आए राहुल गांधी का जम्मू पहुंचने पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। राहुल गांधी के स्वागत में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही जम्मू एयरपोर्ट के बाहर पहुंचना शुरू हो गए थे और जैसे ही राहुल जम्मू एयरपोर्ट के बाहर पहुंचे तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने उन पर पुष्प वर्षा कर जम्मू में पहुंचने का स्वागत किया।