तुकाराम मुंडे के खिलाफ गैर-आत्मविश्वास प्रस्ताव हुआ वापस, लोगों ने निकाला मोर्चा
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 31, 2018 04:26 PM2018-08-31T16:26:19+5:302018-08-31T16:26:19+5:30
नगर निगम कमिश्नर तुकाराम मुंडे के खिलाफ हाल ही में गैर-आत्मविश्वास प्रस्ताव वापस दायर किया गया था।
नगर निगम कमिश्नर तुकाराम मुंडे के खिलाफ हाल ही में गैर-आत्मविश्वास प्रस्ताव वापस दायर किया गया था। अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश के बाद गैर-आत्मविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया गया है।
खुद रंजना भांसी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव कल (शनिवार) को आम सभा में वापस ले लिया जाएगा। अब खबरों की मानें तो वैध गतिविधियों के खिलाफ उनकी कार्रवाई के कारण उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्हें नासिक में तैनात किया गया है और उनको काम सौंप दिया गया। लेकिन आम लोग उनके स्पोर्ट में उतरे हैं और मोर्चा निकाला है। ऐसा पहली बार नहीं और तुकाराम का इससे पहले भी ट्रांसफर हो चुका है। वह टैक्स हाई को लेकर हमेशा मोर्चा खोलते रहे हैं।
खबर के अनुसार सत्तारूढ़ बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव के बीच में पकड़े गए तुकाराम मुंडे को नासिक ने दृढ़ता से समर्थन दिया है। हांलाकि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया है। आयुक्त के पद को स्वीकार करने के बाद, मुंडे ने नगर पालिका के प्रशासन को अनुशासित किया और इसे पारदर्शी बनाने की कोशिश की है। वह हमेशा लोगों के लिए खड़े पाए गए हैं।
उन्होंने लोगों से पारदर्शिता की बात कही है। उन्होंने कहा कि विकास का काम जारी रहेगा और वो भी नियमों के साथ। हाल ही में उन्होंने कहा था कि उन्होंने एमआरटीपी एक्ट 1966 का उल्लंघन कर रही निर्माणाधीन इमारतों को गिराया था। यहां तक की कोर्ट ने भी उनके इस कदम की सराहना की थी। कहा जा रहा है कि मुंडे ने भाजपा को चंदा देने वाले बिल्डर्स के अवैध निर्माण जमींदोज कर दिए थे। इसलिए उनका तबादला किया गया। मुंडे का तबादला बीजेपी की पारदर्शी सरकार पर भारी पड़ेगा।