मनोज तिवारी ने पीएम को लिखा पत्र, कहा- गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों की शहादत वाले दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाए
By भाषा | Updated: December 26, 2019 20:04 IST2019-12-26T20:04:39+5:302019-12-26T20:04:39+5:30
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने मोदी को लिखे पत्र में कहा कि ‘छोटे साहबजादे’ जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने 1705 में धर्म की रक्षा करते हुए पंजाब के सरहिंद में शहादत दी थी। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘मेरे विचार से उनकी शहादत वाले दिन ‘बाल दिवस’ मनाकर इन बहादुर बच्चों के बलिदान को याद करना देशभर के बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।’’

इन बहादुर छोटे साहबजादों के साहस और बलिदान को देखते हुए उनकी शहादत वाले दिन को बाल दिवस घोषित किया जाए।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन की जगह पर सिख गुरु गोबिंद सिंह के नाबालिग बेटों के शहीद दिवस को 'बाल दिवस' घोषित करने का आग्रह किया।
तिवारी ने मोदी को लिखे पत्र में कहा कि ‘छोटे साहबजादे’ जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने 1705 में धर्म की रक्षा करते हुए पंजाब के सरहिंद में शहादत दी थी। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘मेरे विचार से उनकी शहादत वाले दिन ‘बाल दिवस’ मनाकर इन बहादुर बच्चों के बलिदान को याद करना देशभर के बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।’’
Delhi BJP President and MP Manoj Tiwari has written to Prime Minister Narendra Modi urging him to declare the
— ANI (@ANI) December 26, 2019
martyrdom day of minor sons of Sikh Guru Gobind Singh as 'Bal Diwas', in place of birth anniversary of Former PM Pandit Jawaharlal Nehru. (file pic) pic.twitter.com/tOrddfMJyK
तिवारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर को 1956 से देश में ‘बाल दिवस’ के रूप में मनायी जाती है क्योंकि नेहरू बच्चों में अत्यंत लोकप्रिय थे। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इन बहादुर छोटे साहबजादों के साहस और बलिदान को देखते हुए उनकी शहादत वाले दिन को बाल दिवस घोषित किया जाए।’’ इससे पहले पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने भी पिछले साल इस तरह की मांग उठाई थी।