मणिपुर हिंसा की मार झेल रहे 50, 000 से अधिक लोगों को असम राइफल्स ने निकाला सुरक्षित, खाना-दवाएं जैसी चीजों से की हर तरह की मदद

By अंजली चौहान | Published: June 27, 2023 11:50 AM2023-06-27T11:50:09+5:302023-06-27T11:54:12+5:30

असम राइफल्स ने मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों से करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित बचा लिया है।

Manipur Violence Assam Rifles evacuates over 50,000 people affected by violence in Manipur provides them with safe food and medicines | मणिपुर हिंसा की मार झेल रहे 50, 000 से अधिक लोगों को असम राइफल्स ने निकाला सुरक्षित, खाना-दवाएं जैसी चीजों से की हर तरह की मदद

फाइल फोटो

Highlightsअसम राइफल्स ने 50 हजार से ज्यादा लोगों को बचायामणिपुर में हिंसा के बाद से असम राइफल्स तैनात हैंअर्धसैनिक बलों ने बयान जारी कर असम राइफल्स के बारें में जानकारी दी

इंफाल: हिंसा प्रभावित मणिपुर में अब तक 50,000 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। अर्धसैनिक बलों की ओर से बताया गया कि असम राइफल्स के जवानों ने 50 हजार से अधिक लोगों को हिंसा ग्रस्त इलाकों से सुरक्षित निकाला और सुरक्षित ठिकानों पर भेजा।

इसके साथ ही असम राइफल्स ने उन सभी लोगों को जरूरी चीजें भी मुहैया कराई जैसे दवाएं, खाना, रहने के लिए आश्रय इत्यादि। बयान में कहा गया है कि असम राइफल्स लोगों की बिना किसी पूर्वाग्रह के मदद करने के लिए सबसे आगे रही हैं।

बल ने निस्वार्थ भाव से सेवा की है। इसमें कहा गया है कि सुरक्षा बलों द्वारा प्रदान किए गए अनुकूल माहौल के कारण, शांति वार्ता का पहला दौर 30 मई को गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू किया जा सका है।

मालूम हो कि गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे के दौरान पूर्वोत्तर राज्य में सेना द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। 

असम राइफल्स ने एनएच-37 के माध्यम से इंफाल घाटी में आपूर्ति, दवाएं और तेल जैसी आवश्यक चीजें ले जाने वाले नागरिक ट्रकों के काफिले को चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने का बीड़ा उठाया, जिसके परिणामस्वरूप 14 मई से लगभग 9000 काफिला शुरू हुआ।

बयान में आगे कहा गया है कि ट्रक बिना किसी दुर्घटना के राजमार्ग पर चल रहे हैं। कठिन प्रयासों के बावजूद, असम राइफल्स को ध्रुवीकृत आख्यानों के कारण आश्चर्यजनक रूप से आलोचना का सामना करना पड़ा है।

अर्धसैनिक बल ने बयान में कहा, असम राइफल्स उत्तर पूर्व क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली बल है जिसके कर्मियों ने राज्य में शांति लाने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। उत्तर पूर्व के लोगों के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वे अनदेखी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए मानवीय मूल्यों, करुणा और प्रतिबद्धता को कायम रख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि असम राइफल्स के खिलाफ शत्रुता फैलाने के उपद्रवियों के प्रयासों के बावजूद, वर्षों से असम राइफल्स की निडर सेवा लोगों के अटूट विश्वास को संरक्षित कर रही है। 

बता दें कि 3 मई 2023 को मणिपुर में हिंसा भड़क गई। राज्य में जगह-जगह आगजनी और पथराव के कारण अराजकता फैल गई। ऐसे में राज्य में असम राइफल्स की तैनाती की गई जिन्होंने राज्य में शांति बहाल करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 

बयान में कहा गया है कि राज्य में कर्फ्यू लगाए जाने और आवाजाही पर प्रतिबंध के बाद स्थानीय लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया, जहां उन्हें राशन, पानी, आश्रय और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी महसूस हुई। असम राइफल्स ने हिंसा प्रभावित जिलों में तेजी से अपने संसाधन जुटाए और जातीय दंगों के बादल में स्थानीय लोगों के लिए यही एकमात्र उम्मीद की किरण थी।

हजारों निवासियों को सुरक्षित रूप से राहत शिविरों में पहुंचाया गया, जहां उन्हें सुरक्षा, चिकित्सा सहायता, भोजन, आवास और संचार सुविधाएं प्राप्त हुईं। स्थानीय आबादी में स्पष्ट उपस्थिति स्थापित करने और सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए फ्लैग मार्च और एरिया डोमिनेशन आयोजित किए गए।

असम राइफल्स ने नागरिक प्रशासन के सहयोग से विभिन्न जिलों में सभी हितधारकों के साथ शांति बैठकें आयोजित कीं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए चिकित्सा शिविर भी स्थापित किए गए हैं।

विपरीत परिस्थितियों में, असम राइफल्स का अटूट समर्पण और निस्वार्थ सेवा प्रभावित लोगों में आशा लाने और मानवता में विश्वास बहाल करने में महत्वपूर्ण साबित हुई है। 

Web Title: Manipur Violence Assam Rifles evacuates over 50,000 people affected by violence in Manipur provides them with safe food and medicines

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे