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मणिपुर: बीजेपी के सहयोगी दल के नेता हिंसाग्रस्त मणिपुर में की सर्जिकल स्ट्राइक की मांग, अवैध प्रवासियों की समस्या के हल के दिया सुझाव

By अंजली चौहान | Updated: August 12, 2023 17:27 IST

मणिपुर में भाजपा के सहयोगी एनपीपी नेता रामेश्वर सिंह ने कहा, "समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए।"

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ठळक मुद्देमणिपुर के बीजेपी सहयोगी नेता ने राज्य में सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की है मणिपुर में अवैध प्रवासियों के हल के लिए नेता ने दिया बयानमणिपुर में 3 मई से जातीय हिंसा जारी है

इंफाल: नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेता एम.रामेश्वर सिंह ने कहा कि मणिपुर में अवैध प्रवासियों और उग्रवादियों की समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए 'सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी प्रभावी कार्रवाई की मांग की है। मणिपुर में बीजेपी के एन बीरेन की सरकार है और एनपीपी मणिपुर में भाजपा की सहयोगी है। 

दरअसल, शनिवार को एनपीपी नेता का बयान सुर्खियों में आ गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एनपीपी नेता ने कहा, "गृह मंत्री के बयानों यह स्पष्ट है कि कुछ अवैध कुकी उग्रवादी, अप्रवासी सीमा पार से आ रहे हैं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि इसमें बाहरी आक्रामकता शामिल है। राष्ट्रीय सुरक्षा से भी समझौता किया गया है।"

एम.रामेश्वर सिंह ने कहा, "न केवल मणिपुर बल्कि पूरे देश को बचाना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए।"

एनपीपी नेता ने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया था कि कुछ एजेंसियां ​​यह कहते हुए एक कहानी बनाने की कोशिश कर रही हैं कि सभी कुकी उग्रवादी अभी शिविरों में हैं और सभी हथियार उनके पास हैं। इस तरह की कहानी गढ़ने से मणिपुर के लोगों को संदेह हो रहा है। आग कहाँ से आ रही है? दूसरी तरफ से कौन गोली चला रहा है?

मालूम हो कि मणिपुर में इसी साल मई महीने से जातीय हिंसा जारी है। अब तक इस हिंसा में दो सौ से अधिक लोगों की जाने जा चुकी है।  मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा के कारण हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है लेकिन अभी भी हिंसा समाप्त नहीं हुई है। 

अवैध प्रवासियों के लिए सरकार ने जारी किया था डेटा 

गौरतलब है कि पिछले महीने, मणिपुर सरकार ने राज्य में रहने वाले म्यांमार के अवैध अप्रवासियों का बायोमेट्रिक डेटा एकत्र करना शुरू कर दिया था।

मणिपुर सरकार ने जुलाई में कुछ ही दिनों के भीतर 700 अवैध अप्रवासियों के राज्य में प्रवेश करने की खबरों पर चिंता व्यक्त की थी। गृह मंत्रालय के मुताबिक, 22 और 23 जुलाई को 301 बच्चों सहित 718 अवैध अप्रवासी मणिपुर के चंदेल जिले में घुस आए, उस अवधि के दौरान जब मणिपुर में हिंसा भड़की हुई थी।

टॅग्स :मणिपुरBJPमोदी सरकारगृह मंत्रालय
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